नई दिल्ली ,26अक्टूबर। विदेश राज्य मंत्री वी. मुरलीधरन ने कहा है कि भारत दक्षिण अफ्रीका को उसकी विकास प्राथमिकताओं में सहयोग देने को तैयार है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत, दक्षिण अफ्रीका के टिकाऊ विकास का लक्ष्य और एजेंडा 2063 हासिल करने के प्रयासों में भागीदारी के लिए वचनबद्ध है। अफ्रीका में शांति और सुरक्षा पर आठवें डकार अंतरराष्ट्रीय फोरम के पूर्ण सत्र में विदेश राज्य मंत्री श्री मुरलीधरन ने दोहराया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2018 में युगांडा की संसद में अपने भाषण में भारत-अफ्रीका भागीदारी के लिए 10 सिद्धांतों का उल्लेख किया था। उन्होंने कहा कि भारत और अफ्रीका के बीच एकजुटता के गहरे संबंध वैश्विक दक्षिण की भागीदारी की रूपरेखा स्पष्ट करते हैं।
मुरलीधरन ने कहा कि आतंकी संगठन और सशस्त्र समूह लंबे समय तक अफ्रीका की स्थिरता और प्रभुसत्ता के लिए खतरा बने रहे। भारत ने संयुक्त राष्ट्र शांति रक्षक मिशन में अपने शांति रक्षक दल के लगातार योगदान से टकराव के समाधान में अफ्रीका का साथ दिया है। कोविड टीकों के बारे में श्री मुरलीधरन ने कहा कि भारत ने अफ्रीका समेत विश्व के कई देशों में तीन करोड़ 90 लाख टीके निशुल्क दिये हैं। श्री मुरलीधरन शांति और सुरक्षा पर आठवें अंतरराष्ट्रीय फोरम में भाग लेने के लिए इस महीने की 24 तारीख से दो दिन के सेनेगल दौरे पर गए थे।
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