World Heart Day Special : हृदय है बेहद महत्वपूर्ण अंग, इसकी देखभाल के लिए रहें जागरूक

विशेषज्ञों का मानना अनियमित खानपान व धूम्रपान से हृदय रोगों का खतरा


रायपुर, 28 सितंबर । शरीर का एक बेहद महत्वपूर्ण अंग हृदय है। इसकी देखभाल के लिए हमें अत्यंत जागरूक रहने की जरूरत है क्योंकि अनियमित दिनचर्या की वजह से कम उम्र के लोगों में भी हार्ट अटैक की समस्या आने लगी है। दिल के स्वास्थ्य के प्रति लोगों को सतर्क करने के लिए ही प्रतिवर्ष 29 सितंबर को ‘विश्व हृदय दिवस’ (World Heart Day) मनाया
जाता है। डॉ. भीमराव आम्बेडकर अस्पताल स्थित एडवांस कार्डियक इंस्टीट्यूट में ही देखें तो 2021 में कुल 1,172 मामले, अगस्त 2022 तक कुल 1,022 मामले (इनमें बच्चों में हृदय संबंधी समस्या के 21 मामले भी शामिल हैं) हृदय संबंधी समस्याओं के आए हैं, जिन्हें एडवांस कार्डियक इंस्टीट्यूट (एसीआई) के डॉक्टरों की टीम ने उनका उपचार कर नया जीवन प्रदान किया है। साथ ही साथ समय-समय पर यहां आने वाले लोगों को अनियमित दिनचर्या को सुधारने और खान-पान व्यवस्थित करने के जागरूक भी किया जाता है।


इस संबंध में डॉ. भीमराव आम्बेडकर अस्पताल स्थित एडवांस कार्डियक इंस्टीट्यूट में कार्डियोलॉजी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. स्मित श्रीवास्तव का कहना है: “जीवनशैली में बदलाव, मधुमेह, अनियंत्रित ब्लड प्रेशर, मोटापा, व्यायाम से दूरी आदि के कारण हृदय से संबंधित बीमारियां बढ़ रही हैं। हृदयाघात या हार्टअटैक की बीमारी पहले 50 वर्ष से ज्यादा उम्र के मरीजों
को होती थी। परंतु अब काफी कम उम्र के लोगों को भी .यह समस्याएं आ रहीं हैं। ‘हृदयाघात’ ह्रदय की खून नलियों में थक्का जमने की वजह से होता है। इसका मुख्य कारण धूम्रपान करना, अनियमित खानपान और दिनचर्या है। तत्कालिक इलाज के अंतर्गत खून पतला करने वाली व कोलेस्ट्रोल कम करने वाली दवाई के उपयोग से हृदयाघात की संभावना कम हो जाती है। लोगों को अपनी दिनचर्या सुधारने और अपने दिल की देखभाल करने के प्रति जागरूक रहना चाहिए। “

विभिन्न हृदय संबंधी समस्याओं के मामले एक नजर में- डॉ. भीमराव आम्बेडकर अस्पताल रायपुर स्थित एडवांस कार्डियक इंस्टीट्यूट (एसीआई) में हृदय संबंधी विभिन्न समस्याओं को लेकर मरीज यहां पहुंचे, जिनका इलाज कर नया जीवन दिया गया। जनवरी 2021 से दिसंबर 2021 तक देखें तो कुल 1,172 मामले हृदय संबंधी समस्याओं के आए। इनमें बच्चों में हृदय
संबंधी समस्या के 6 मामले भी शामिल हैं। वहीं जनवरी 2022 से अगस्त 2022 तक 1,022 मामले आए हैं। इनमें बच्चों में हृदय संबंधी समस्या के 21 मामले भी शामिल हैं।


प्रदेश भर में जागरुकता के लिए होंगे विविध आयोजन- हृदय रोगों की रोकथाम के प्रति जागरुकता के लिए विविध आयोजन होंगे। हृदय स्वास्थ्य संबंधी जागरूकता लाने के लिए 29 सितंबर को विश्व हृदय दिवस पर इस वर्ष ‘कार्डियोवैस्कुलर हेल्थ फॉर एवरीवन’ थीम पर विभिन्न प्रेरक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। हृदय संबंधी रोग शिविर में निशुल्क डायग्नोस्टिक सुविधा दी जाएगी। जिसमें उच्च रक्तचाप, रक्त शर्करा, बीएमआई, सिरम कोलेस्ट्राल, एचडीएल, व्हीएलडीएल व पोर्टेबल ईसीजी की सुविधा भी शामिल रहेगी। प्रख्यात हृदय रोग विशेषज्ञ द्वारा सार्वजनिक व्याख्यान, सार्वजनिक वार्ता परामर्श तथा हृदय रोग पर सेमीनार आयोजित होगा। स्कूलों में हृदय संबंधी प्रतिस्पर्धा का आयोजन एवं जंक फूड से होने वाले दुष्प्रभाव पर जागरुकता कार्यक्रम किए जाएंगे। साथ ही हृदय रोगियों हेतु विशेष योग शिविर का आयोजन भी किया जाएगा।


दिल को स्वस्थ्य रखने के लिए यह करें – विशेषज्ञों के अनुसार हृदय को स्वस्थ्य रखने के लिए भोजन में फलों, सलाद, फाइबर युक्त आहार खाएं जैसे साबुत अनाज का ब्रेड, ओट्स, साबुत अनाज, हरी सब्जियों, साबुत अनाज को प्रमुखता से खाएं। तली और भुनी हुई चीजें, तेल और घी का सेवन, फास्ट फूड, वसा युक्त दूध , दुग्ध उत्पाद और चीनी का अधिक मात्रा में सेवन
करने में सावधानी बरतें। एल्कोहल और धूम्रपान से दूर रहें। शरीर में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम रखें। ज्यादा नमक का सेवन करने से बचें। नियमित व्यायाम और योग करें, तनावमुक्त रहें, रक्त में शर्करा के लेवल को कम रखें, उम्र और लंबाई के हिसाब से वजन पर नियंत्रण रखेंI रक्तचाप को नियंत्रित रखना चाहिए।