जगदलपुर, 27 सितंबर। दशहरा पर्व में जोगी बिठाई की रस्म सोमवार को समाचार लिखे जाने तक देर संध्या 7:30 बजे तक जोगी बिठाई रस्म जारी रही। मावली देवी की पूजा-अर्चना के बाद आमाबाल निवासी दौलत नाग को सिरहासार भवन पहुंचाया गया, जहां 04 फिट गहरे गढ्डे में जोगी के रूप में नौ दिनों के लिए बैठ गया। दौलत जोगी निर्विघ्र दशहरा संपन्नता के लिए 09 दिनों तक निराहार बैठा रहेगा अर्थात जोगी अपने स्थान से नही उठेगा। इस दौरान बस्तर दशहरा समिति के अध्यक्ष बस्तर सांसद दीपक बैज, संसदीय सचिव रेखचंद जैन, महापौर सफीरा साहू, यशवर्धन राव एवं अन्य जनप्रतिनिधि मौजूद थे।
बस्तर दशहरा पर्व में वर्षो से चली आ रही परम्परा के अनुसार सोमवार को सिरहासार भवन में जोगी बिठाई पूजा विधान संपन्न की गई। बड़े आमाबाल निवासी 22 वर्षीय दौतल नाग जोगी के रूप में पहली बार जोगी के तप का निर्वहन करेगा। जोगी के रूप में नवरात्रि पर 09 दिनों तक अपने स्थान पर खड़ा नही होगा। सिरहासार भवन के अंदर जमीन पर 06 बाई 03 बाई 04 का गड्ढा बनाया गया है। इस गड्ढे के अंदर दौलत नाग को जोगी के रूप में बिठाया गया है। अब जोगी बना दौतल को 09 दिनों बाद ही इसगड्ढे के बाहर निकाला जाएगा।दौलत के पिता भगत ने बताया कि रियासत काल से ही हल्बा जनजाति का जोगी इस परंपरा का निर्वहन करते आ रहा है। इस वर्ष मेरा बेटा जोगी बनकर बैठा है।
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