रायपुर ,27सितम्बर। भारत सरकार के वाणिज्यत और उद्योग मंत्रालय के अधीन कार्य करने वाले गवर्नमेंट ई मार्केटप्लेस (GeM)और पत्र सूचना कार्यालय (PIB), रायपुर के संयुक्तक तत्वालवधान में सिविल लाइन्स, रायपुर स्थित न्यू सर्किट हाऊस के सभाकक्ष में दोपहर 12.30 बजे सेगवर्नमेंट ई मार्केटप्लेस (GeM)विक्रेता संवाद सह पत्रकार-वार्ता का आयोजन किया गया । गवर्नमेंट ई मार्केटप्लेस, नई दिल्लीा के निदेशक आयुष अग्रवाल ने बताया कि छत्तीसगढ़ के GeM पोर्टल पर 67 हजार से अधिक विक्रेता पंजीकृत हैं। GeM पर, राज्य के विभिन्न हिस्सों से जीवन के सभी क्षेत्रों के विक्रेता हैं, जिनमें महिला उद्यमी, MSE, कारीगर, स्वयं सहायता समूह और स्टार्टअप शामिल हैं। उन्हों ने बताया कि छत्तीसगढ़ से 9 हजार से अधिक एमएसई फर्म हैं जो जीईएम पर पंजीकृत हैं। इन 9 हजार एमएसई फर्मों में से एक हजार से अधिक फर्म महिला एमएसई से संबंधित हैं और लगभग 460 एमएसई फर्म एससी/एसटी वर्ग से संबंधित हैं। श्री अग्रवाल ने बताया कि GeM की स्थापना के बाद से, छत्तीसगढ़ में MSE फर्मों को GeM पर पंजीकृत खरीदारों से कुल 678 करोड़ का ऑर्डर मूल्य प्राप्त हुआ है। दिलचस्प बात यह है कि इनमें से 94% से अधिक ऑर्डर छत्तीसगढ़ राज्य के बाहर के खरीदारों द्वारा दिए गए हैं।
आयुष अग्रवाल ने बताया कि गवर्नमेंट ई मार्केटप्लेस (GeM), देश का नेशनल पब्लिक प्रोक्योरमेंट पोर्टल, वस्तुओं और सेवाओं की खरीद के लिए एंड-टू–एंड ऑनलाइन मार्केटप्लेस है। इसे 9 अगस्त, 2016 को प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी के विजन के हिस्से के रूप में लॉन्च किया गया था। गवर्नमेंट ई मार्केटप्लेस के व्यवसाय सलाहकार, अमित उपाध्याेय ने बताया कि GeM के खरीदार आधार में सभी केंद्र और राज्य सरकार के विभाग, सहकारी समितियां, केंद्रीय और राज्य स्वायत्त निकाय, केंद्रीय और राज्य सार्वजनिक उपक्रम और स्थानीय निकाय शामिल हैं।गवर्नमेंट ई मार्केटप्लेस (GeM) विक्रेता संवाद का उद्देश्यम GeM विक्रेताओं के साथ बातचीत करने और उन्हें नई GeM सुविधाओं और कार्यात्मकताओं के बारे में जागरूक करने के साथ ही साथ संवाद के माध्यम से विक्रेताओं को अपने अनुभव साझा करने के लिए एक मंच देना है।
पत्र सूचना कार्यालय, रायपुर के निदेशक कृपा शंकर यादव ने बताया कि सरकारी और सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों के खरीदारी के तरीके में आमूल-चूल परिवर्तन लाने के उद्देय से गनर्वनमेंट ई मार्केट की स्थारपना की गयी थी । GeM कॉन्टैक्टलेस, पेपरलेस और कैशलेस है और तीन स्तंभों दक्षता, पारदर्शिता और समावेशिता पर खड़ा है । पत्र सूचना कार्यालय, रायपुर के उपनिदेशक, सुनील कुमार तिवारी ने बताया कि वर्ष 2021-2022 में एक ही वित्तीुय वर्ष में GeM ने खरीद मूल्य के एक लाख करोड़ रुपये के मील के पत्थर को पार कर लिया है। कुल मिलाकर, GeM ने 3.02 लाख करोड़ रूपये से अधिक मूल्ये के लेनदेन की सुविधा प्रदान की है। यह पूरे देश में खरीदारों और विक्रेताओं सहित सभी हितधारकों के समर्थन से ही संभव हुआ है।
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इस अवसर पर जेम में पंजीकृत विक्रेताओं के लिए खुला मंच का आयोजन किया गया, जिसमें विक्रताओं ने अपने विचार रखे. एमएसई पंजीकृत विक्रेता मेसर्स प्राइड 36 के मालिक ताहिर हुसैन ने बताया कि उन्होंने वर्ष 2017 में GeM के माध्यम से अपना व्यवसाय शुरू किया और वर्तमान में उनका कारोबार 3 करोड़ से अधिक है। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि GeM के साथ, वह अब न केवल छत्तीसगढ़ में बल्कि पूरे देश से व्यवसाय प्राप्त करने में सक्षम हैं। अपने अनुभव साझा करते हुए भिलाई के उद्यमी, अभिषेक अंबासला ने बताया कि GeM ने अन्य राज्यों में खरीद और विक्रय की बाधाओं को तोड़ने में मदद की। उन्होंयने बतया कि GeM पर उनका कारोबार 20 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है ।
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