भारत में 36 लाख राष्ट्रीय स्वयं सेवक : डॉ. सरला आत्राम

कांकेर,27सितम्बर। भानुप्रतापदेव शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय कांकेर में प्राचार्य डॉ. सरला आत्राम के मार्गदर्शन एवं निर्देशन तथा कार्यक्रम अधिकारी प्रो. अलका केरकेट्टा के नेतृत्व में राष्ट्रीय सेवा योजना स्थापना दिवस का आयोजन किया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय प्रांगण में प्राचार्य द्वारा एन.एस.एस. का ध्वजारोहण किया गया। स्वयं सेवको द्वारा लक्ष्य गीत उठें समाज के लिए उठें उठें, जगे स्वराष्ट्र केे लिए जगें जगें, स्वयं सजें वसुंधरा संवार दें का गायन एवं सास्कृतिक कार्यक्रम के तहत लोक नृत्य की प्रस्तुति दी गई। महाविद्यालय के वरिष्ठ स्वयं सेवक जिन्होंने समाज में उत्कृष्ट कार्य किया। उन्हें इस स्थापना दिवस के अवसर पर आमंत्रित कर प्राचार्य द्वारा प्रशस्ति पत्र एवं मोमेन्टो भेट कर उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए सम्मानित किया गया। इस अवसर पर वरिष्ठ स्वयं सेवक पर्वत सिंह शोरी, संदीप द्विवेदी, चेतन पवार, सुश्री शहाना शेख, परीक्षित साहू, सुश्री यमुना कुंजाम, भगवान दास पटेल को सम्मानित किया गया। प्रो.एन.आर.साव द्वारा वरिष्ठ स्वयं सेवको का परिचय दिया गया।

यह भी पढ़े:-उड़द और मूंग का 6600 रूपए और अरहर का समर्थन मूल्य 7755 रूपए प्रति क्विंटल

प्राचार्य ने अपने उदबोधन में राष्ट्रीय सेवा योजना के उद्देश्य को बताते हुए कहा कि एन.एस.एस. में आप, लोगों को सिखाते ही नहीं बल्कि स्वयं सिखते हैं। समाज सेवा करते हैं और अपने व्यक्तित्व का विकास करते हैं उन्होने नवप्रवेशित स्वयं सेवकों को कहा कि दिखावे के लिए नहीं, अपितु तन-मन से एन.एस.एस. से जुडंे। और जुडने से अभी तुरन्त फायदा समझ नहीं आता बल्कि बाद में इसका महत्व समझ आता हैं। उन्होंने बताया कि 1969 में प्रदेश में दो विश्वविद्यालय से एन.एस.एस की शुरूवात हुई, और भारत में अभी स्वयं सेवकों की जनसंख्या 36 लाख है। आये हुए वरिष्ठ स्वयं सेवकों को सात रत्न की संज्ञा देते हुए उनके उत्कृष्ठ कार्य की प्रशंसा करते हुए बधाई दी। राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम समन्वयक डॉ.डी.एल.पटेल ने अपने उदबोधन में कहा समय प्रबंधन कर स्वयं सेवक लक्ष्य की प्राप्ति कर सकते हैं। टी.बी.मुक्त राज्य का निर्माण करने हेतु स्वयं सेवकों को योगदान करने को कहा। प्रो.भुवनेश्वर कंवर द्वारा कार्यक्रम का आभार व्यक्त किया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय के वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ.एस.आर.बंजारे, डॉ. श्रीमती बसंत नाग, प्रो. सुमिता पाण्डे, डॉ.नेलसन खेस, प्रो. प्रियंका टोप्पो, प्रो.सुश्री ऋचा संगने, डॉ. आभा श्रीवास्तव, डॉ. पुनम साहू, डॉ.योगिता साहू एवं महाविद्यालयीन विद्यार्थी उपस्थित थे।

[metaslider id="122584"]
[metaslider id="347522"]