सुकमा,08 सितम्बर।साक्षर और असाक्षर में सिर्फ एक शब्द का ही अंतर है वैसे ही जैसे सामाजिक और असामाजिक में। साक्षर व्यक्ति ही एक बेहतर सामाजिक वातावरण का निर्माण कर सकता है। ठीक इसके विपरीत असामाजिक व्यक्ति समाज में कई समस्याओं का कारण बन सकता है। आज जो इस जिले में विपरीत परिस्थितियां है उसके पीछे सबसे बड़ा कारण असाक्षरता ही है। इसे दूर करना हम सब की जिम्मेदारी है। उक्त विचारों के साथ अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस के अवसर पर स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम विद्यालय कोंटा में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए। उल्लेखनीय है कि 8 सितम्बर को प्रतिवर्ष दुनिया भर के अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस मनाया जाता है।
स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम विद्यालय के प्रधान अध्यापक टी श्रीनिवास वासु ने बताया की आज संस्था के विद्यार्थियों एवं संकुल कोंटा के विभिन्न संस्थाओं विद्यार्थियों के द्वारा जन जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से साक्षरता के नारे के साथ सर्व प्रथम प्रभात फेरी का आयोजन किया गया। साक्षरता दिवस के अवसर आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों के अंतर्गत गड़बो नवा भविष्य कार्यक्रम के तहत पुस्तक वाचन, सौ दिन सौ कहानियां कार्यक्रम के तहत माध्यमिक शालाओं में प्राप्त पुस्तकों का वाचन, पुस्तकालय का उपयोग, अंग्रेजी बोलचाल पर कार्य सम्पन्न करवाया गया, साथ ही हाथ धुलाई का कार्यक्रम भी संपन्न करवाया गया।
इस दौरान कोंटा के विकासखंड शिक्षा अधिकारी एस के दीप, सहायक खंड शिक्षा अधिकारी पी श्रीनिवास, प्राचार्य डी एल मार्गे, संकुल समन्वयक जगमोहन, जी मल्लेश, साक्षरता शाखा से श्रीकांत , डी जे रेड्डी सहित बड़ी संख्या में शिक्षक व विद्यार्थी उपस्थित थे।
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