Teacher’s Day Special : क्या आप जानते हैं कौन है शाह रुख खान, कंगना रनोट और मनोज बाजपेयी के एक्टिंग गुरु?

Teacher’s Day Special: पर्दे पर अपनी एक्टिंग का जलाव बिखेरने वाले कलाकारों ने भी किसी न किसी से अभिनय की कला सीखी है। हाल ही में बॉलीवुड की क्वीन कंगना रनोट ने सोशल मीडिया पर अपने गुरु अरविंद गौड़ को लेकर एक पोस्ट शेयर किया। कंगना बताया कि अरविंद गौड़ को वह अपना एक्टिंग गुरु मानती हैं। अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी के कैप्शन में कंगना ने लिखा, ‘आज मुझे अपने एक्टिंग गुरु @arvindgaur जी का निर्देशन करने का सौभाग्य मिला है, जिन्होंने 16 साल की उम्र में मुझे सलाह दी थी। मैंने सर से अपनी फिल्म में कैमियो के लिए अनुरोध किया था और आज वह मेरे साथ हैं।’

अरविंद गौड़ हैं कंगना के एक्टिंग गुरु

कंगना रनोट ने अपनी फिल्म ‘इमरजेंसी’ में अरविंद गौड़ को एक कैमियो ऑफर किया था। वह चाहती थी कि अपने गुरु को फिल्म में डायरेक्टर करने का मौका मिले। अरविंद गौड़ एक थिएयर डायरेक्टर हैं और उन्होंने कंगना को 16 साल की उम्र में एक्टिंग के गुर सिखाये थे। वैसे सिर्फ कंगना ही नहीं बल्कि शाह रुख खान और मनोज बाजपेयी भी अपने एक्टिंग गुरु के बारे में दुनिया को बता चुके हैं।

बैरी जॉन से शाह रुख मे सीखा है अभिनय

शाह रुख खान ने अपनी बेहतरीन अभिनय का श्रेय गुरु बैरी जॉन को दिया है। एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया- वो दिन जब मैं दिल्ली में थिएटर कर रहा था, एक दिलचस्प समय था। जब मैं उनके ग्रुप में थिएटर कर रहा था तो बैरी (जॉन) एक बड़ा सहारा थे। बैरी एक महान शिक्षक हैं और सबसे बढ़कर वह एक महान इंसान हैं। मैंने उनसे मंच पर और उसके बाहर बहुत कुछ सीखा है। उनका मेरे जीवन में हमेशा एक विशेष स्थान रहेगा। मेरे ज्यादातर दोस्त अब भी मुझपर हंसते हैं कि मैं फिल्म स्टार बन गया हूं। इस तथ्य के अलावा कि मैं कड़ी मेहनत करता हूं, भगवान का आशीर्वाद, और वे सभी लोग जो मुझ पर (बैरी की तरह) दयालु रहे हैं…’

मनोज बायपेयी की एक्टिंग देख रो दिए थे बैरी जॉन

बता दें कि शाह रुख खान के साथ ही नेशनल अवॉर्ड विनर मनोज बाजपेयी ने भी एक्टिंग बैरी जॉन से ही सीखी है। शाह रुख खान और मनोज एक साथ दिल्ली में बैरी जॉन की क्लासेस अटैंड करते थे। मनोज बाजपेई ने एक इंटरव्यू में कहा कि ‘एक शिक्षक आपको सही दिशा दिखाता है। मैं बैरी जॉन के साथ एक ट्रेनी की तरह था और हर क्षेत्र में उनकी सहायता करता था। मैं उनके साथ सात साल तक था और अक्सर हम दिन में 18 घंटे काम करते थे। मैंने उनसे एक अच्छा इंसान बनना सीखा है।’