28 अगस्त से चल रहे श्रीमद् भागवत कथा का आज शनिवार को समापन के बाद हवन किया गया

कोरबा,3 सितम्बर (वेदांत समाचार)।कोरबा मातनहेलिया परिवार द्वारा मेहरवाटिका में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा सप्ताह के अंतिम दिन वृंदावन मथुरा से पधारे कथा वाचक आचार्य बांकेबिहारी गोस्वामी ने कृष्ण उद्धव संवाद, दत्तात्रेय के 24 गुरू की कथा, परिक्षित मोक्ष के प्रसंग को लेकर संगीतमय वातावरण में कथा के प्रसंगों को विस्तार पूर्वक बताया।
आचार्य श्री बांकेबिहारी गोस्वामी ने भक्तों को श्रीमद् भागवत कथा की महिमा बताई उन्होने कहा कि प्रभु की भक्ति, साधना व ध्यान लगाने से आनंद व आत्म संतोष की अनुभूति होती है। उन्होने कहा कि प्रभु को निःस्वार्थ भाव से याद करना चाहिए। प्रभु को याद करते हुए फल प्राप्ति की लालसा नही रखना चाहिए, यह विधान नही है।प्रभु को जब भी याद करो तो यही कहो हे प्रभु आप आनंद पूर्वक हमारे निवास पर पधारो और विराजमान रहें और जब प्रभु आपके घर पर रहने लगेंगे तो वह सब कुछ स्वतः मिल जावेगा जो आप पाना चाहते थे या जिसकी आपको जरूरत है।


आचार्य श्री ने कथा के अंतिम दिन सूकदेव द्वारा राजा परीक्षित को सुनाई गई श्रीमद् भागवत कथा को पूर्णता प्रदान करते हुए कथा में विभिन्न प्रसंगो का वर्णन किया। कथा प्रवचन के दौरान आचार्य बांके बिहारी गोस्वामी ने श्री कृष्ण के भक्तिमयी भजनों की प्रस्तुति दी जिस पर उपस्थित भक्तगण झूम उठे तथा दोनो हाथ उठाकर व ताली लगाते हुए भजनों का आनंद उठाया। 28 अगस्त से चल रहे श्रीमद् भागवत कथा का आज शनिवार को समापन के बाद हवन किया गया। सात दिनों तक चली भागवत कथा के दौरान पूरे प्रदेशभर से अनेकों मंत्री, पूर्व मंत्री, विधायक, पूर्व विधायक, जनप्रतिनिधिगण, राजनैतिक पदाधिकारी, व्यापारी बंधु, श्रद्धालुजन शामिल हुए।
आज के कथा में मुख्य रूप से पूर्व गृहमंत्री, रामपुर विधायक ननकीराम कंवर, बोधराम कंवर पूर्व विधायक व वरिष्ठ कांग्रेस नेता, पूर्व विधायक नोवेल वर्मा, प्रभा पटेल नगर पालिका अध्यक्ष मनेन्द्रगढ़, राधे भूत, बिलासपुर एस.डी.एम. तुलाराम भारद्वाज, मुरारी तिवारी मनेन्द्रगढ़, पवन फरमानी मनेन्द्रगढ़, नवीन सिंह, मदन राठौर, महापौर राजकिशोर प्रसाद, सभापति श्याम सुंदर सोनी, जिला अध्यक्ष सुरेन्द्र प्रताप जायसवाल, सपना चौहान, इंटक अध्यक्ष विकास सिंह, आशीष राव, प्रभात डड़सेना, रजनीश सिंह, गीता गबेल, सपना बनवाले सहित भारी संख्या में श्रद्धालुजन उपस्थित थे। मातनहेलिया परिवार की ओर से राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल व उनके ज्येष्ठ भ्राता महावीर अग्रवाल ने समस्त श्रद्धालुजनों के प्रति हृदय से अभार व्यक्त किया है।