बिलासपुर। बारिश के चलते पूरी तरह छलक रहे खूंटाघाट बांध के वेस्ट वियर का नजारा लेने के लिए लोगों की भीड़ गेट के अंदर घुस गई। इस दौरान हालात बेकाबू हो गए और हादसे का खतरा बढ़ गया कि लोगों को भागने के लिए पुलिस को लाठी भांजनी पड़ी।
बिलासपुर-कोरबा मार्ग पर रतनपुर के समीप स्थित खूंटाघाट बांध में हर वर्ष 15 अगस्त को बड़ी संख्या में लोग पहुँचते हैं। बीते एक हफ्ते से हो रही लगातार बारिश के कारण खूंटाघाट बांध लबालब भरा हुआ है और वेस्ट वियर से लगातार अतिरिक्त पानी निकल रहा है। सुरक्षा के लिहाज से जल संसाधन विभाग ने वेस्ट वियर के ऊपर स्थित छोटे पुल के दोनों छोर के गेट पर ताले लगा दिए थे और भीतर जाने के रास्ते को कटीली झाडिय़ों से भी बंद कर दिया था। बावजूद इसके बड़ी संख्या में लोग झाड़ियों को हटाकर वेस्ट वियर में पहुंच गए। वहां पर मौजूद चौकीदार और सिंचाई विभाग के सब इंजीनियर की चेतावनी की परवाह नहीं करते हुए लोग वेस्ट वियर के ऊपर घुस गए। इसे देखते हुए रतनपुर पुलिस को सूचना दी गई।
पुलिस ने यहां पहुंच कर माइक के जरिए सभी को बाहर निकलने के लिए चेतावनी दी, लेकिन अधिकांश लोग वहीं जमे रहे। इसके बाद रतनपुर पुलिस के जवान भीतर घुसे और वहां बांध का नजारा ले रहे लोगों पर ताबड़तोड़ लाठियां बरसाना शुरू कर दिया। इसके बाद भीड़ भागते हुए बाहर निकली। इस दौरान बांध में लोगों के गिर जाने का भी खतरा पैदा हो गया था।
गौरतलब है कि 2 साल पहले 16 अगस्त 2020 को चार युवक नहाने के लिए बांध में इसी जगह पर कूद गए थे। इनमें से एक युवक तेज बहाव में फंस गया। किसी तरह से वह एक झाड़ी को पकडक़र ऊपर बैठ गया। वह 16 घंटे तक फंसा रहा। निकालने के तमाम प्रयास विफल होने पर वायु सेना की टीम हेलीकॉप्टर लेकर पहुंची थी और उसे एअरलिफ्ट करके निकाला गया था।
खूंटाघाट में जिस स्थान पर लोग घुसे वह बाहरी लोगों के लिए प्रतिबंधित है। बावजूद इसके लोग जबरन घुस आये। इस दौरान भीड़ इतनी हो गई थी कि यहां कोई हादसा भी हो सकता था। अगर ऐसा होता तो लोग प्रशासन को जिम्मेदार ठहराते, मगर जब हादसे को रोकने के लिए पुलिस ने लाठियां भांजीं तब लोग पुलिस पर लाठी चार्ज करने का आरोप लगाते हुए इसकी शिकायत कर रहे हैं।
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