Salman Rushdie: भारतीय मूल के लेखक सलमान रुश्दी पर न्यूयॉर्क में चाकू से हमला, हमलावर को पुलिस ने दबोचा

भारतीय मूल के ब्रिटिश-अमेरिकी ( british americi writer) सलमान रुश्दी पर शुक्रवार( friday) रात न्यूयॉर्क में जानलेवा हमला हुआ। घटना के वक्त वो एक लाइव प्रोग्राम में इंटरव्यू दे रहे थे। वहां मौजूद एक डॉक्टर ने फर्स्ट एड दी। इसके बाद एयर लिफ्ट करके हॉस्पिटल( hospital) ले जाया गया।

बातचीत में रुश्दी के एजेंट एंड्रू यील ने कहा- सलमान वेंटीलेटर पर है। वो बिल्कुल बोल नहीं पा रहे हैं। मैं बस इतना कह सकता हूं कि खबर अच्छी नहीं है। वो एक आंख खो सकते हैं। लीवर पर भी गंभीर चोट है।घटना चौटाउक्वा इंस्टीटयूशन( institution) में हुई। हमलावर तेजी से मंच आया। रुश्दी और इंटरव्यूअर पर चाकू से हमला कर दिया। इंटरव्यूअर के सिर पर भी हल्की चोट आई है। 24 साल के हमलावर का नाम हादी मातर है। उसके बारे में ज्यादा जानकारी नहीं दी गई है।

रुश्दी का जन्म 19 जून 1947 को मुंबई में हुआ ( mumbai) 

रुश्दी का जन्म 19 जून 1947 को मुंबई में हुआ था। 75 साल के सलमान रुश्दी ने अपनी किताबों से पहचान बनाई। अपने दूसरे ही उपन्यास ‘मिडनाइट्स चिल्ड्रन’ के लिए 1981 में ‘बुकर प्राइज’ और 1983 में ‘बेस्ट ऑफ द बुकर्स’ पुरस्कार से सम्मानित किए गए। रुश्दी ने लेखक के तौर पर शुरुआत 1975 में अपने पहले उपन्यास ‘ग्राइमस’ (Grimus) के साथ की थी।

भारत समेत कई देशों में ‘द सैटेनिक वर्सेस’ बैन

‘द सैटेनिक वर्सेस’ सलमान रुश्दी का चौथा उपन्यास था। भारत और दुनिया के कई देशों में यह उपन्यास बैन ( ban)है। यह 1988 में प्रकाशित हुआ था।