एशियाई हाथियों की लगभग 60 फीसदी आबादी भारत में : नरेंद्र मोदी

नई दिल्ली । हाथी धरती पर पाया जाने वाला सबसे प्यारा और विशाल जानवर माना जाता है। हाथी हमेशा से राजसी ठाट-बाट का तो प्रतीक था ही साथ ही इसे युद्ध से लेकर बारात, जुलूस में भी इसे शामिल किया जाता था। हाथी सबसे शांत जानवरों में से एक माना जाता है। हर साल 12 अगस्त को मनाए जाने वाले “विश्व हाथी दिवस” का उद्देश्य हाथियों के लुत्प हो रही संख्या, उसके कारणों पर की ओर लोगों का ध्यान खींचना है। साथ ही उनके संरक्षण के उपायों, पुनर्वास, बेहतर स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करना और गैर कानूनी तस्करी रोकने की ओर भी प्रयास करने के लिए प्रेरित करना है।

प्रधानमंत्री मोदी ने विश्व हाथी दिवस पर अपनी प्रतिबद्धता दोहराते हुए ट्वीट किया, पीएम मोदी ने कहा ‘आपको यह जानकर खुशी होगी कि भारत में सभी एशियाई हाथियों की आबादी का लगभग 60 फीसदी हिस्सा है। पिछले 8 वर्षों में हाथियों की संख्या में वृद्धि हुई है। मैं हाथियों की रक्षा करने वाले सभी लोगों की भी सराहना करता हूं।’

ऐसे हुई इस दिन को मनाने की पहल
सिम्स और एलिफेंट की इंट्रोडक्शन फाउंडेशन द्वारा साल 2011 में इसकी पहल की गई थी लेकिन ऑफिशियली 12 अगस्त, 2012 को इसे मनाने की घोषणा हुई थी।

इस दिन को मनाने का उद्देश्य
हर साल 12 अगस्त को मनाए जाने वाले ‘विश्व हाथी दिवस’ का उद्देश्य हाथियों के लुत्प हो रही संख्या, उसके कारणों पर की ओर लोगों का ध्यान खींचना है। साथ ही उनके संरक्षण के उपायों, पुनर्वास, बेहतर स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करना और गैर कानूनी तस्करी रोकने की ओर भी प्रयास करने के लिए प्रेरित करना है।