आज दिल्ली में बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पीएम नरेंद्र मोदी की मुलाकात होनेवाली है। इस मुलाकात को लेकर कयासों का बाजार गर्म है। इसकी वजह ये है कि इस वक्त ममता बनर्जी के एक मंत्री ईडी की गिरफ्त में हैं। आशंका जताई जा रही है कि करोड़ों के अवैध लेन-देन और भ्रष्टाचार के मामले में पार्थ चटर्जी टीएमसी के कई और मंत्रियों और नेता के नाम ले सकते हैं। अगर पैसों का लेन-दन पार्टी फंड में होना साबित हुआ, तो ममता बनर्जी की भी मुसीबत बढ़ सकती है। ऐसे में पीएम मोदी से उनकी मुलाकात के कई मायने लगाये जा रहे हैं। वैसे टीएमसी के मुताबिक ममता बनर्जी इस मीटिंग के दौरान जीएसटी समेत कई राज्य की फंडिंग से जुड़े कई मसलों को उठानेवाली हैं।
पूर्व राज्यपाल की सलाह
बंगाल भाजपा के सीनियर नेता और पूर्व राज्यपाल रहे तथागत रॉय ने पीएम नरेंद्र मोदी को एक सलाह दी है। उन्होंने पीएम मोदी से कहा है कि उन्हें जनता को ये साफ तौर पर समझाना चाहिए कि उनकी ममता बनर्जी से कोई सीक्रेट अंडरस्टैंडिंग नहीं है और टीएमसी के भ्रष्ट नेताओं के साथ कोई रियायत नहीं बरती जाएगी। भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष ने इस बारे में एक ट्वीट भी किया।
Kolkata is agog with apprehension of a ‘setting’. Which means a secret understanding between Modiji and Mamata, whereby the thieves of Trinamool and/or the murderers of BJP workers would go scot-free. Please convince us that there wud be no such ‘setting’ @narendramodi @PMOIndia
— Tathagata Roy (@tathagata2) August 5, 2022
इससे पहले बंगाल भाजपा के सीनियर नेता दिलीप घोष ने कहा था कि ममता बनर्जी इसलिए पीएम मोदी से मिलने वाली हैं कि लोगों को संदेश दे सकें कि उनकी सेटिंग हो गई है। घोष ने भी केंद्र सरकार को सलाह देते हुए कहा था, ‘ममता बनर्जी इन मीटिंगों का इस्तेमाल यह संदेश देने के लिए कर रही हैं कि सेटिंग हो चुकी है। केंद्र सरकार को यह समझना चाहिए और उनके जाल में नहीं फंसना चाहिए।’ टीएमसी ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि भाजपा के लोग गलत आरोप लगा रहे हैं।
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