रायपुर । तनाव से बचने के लिए हमेशा खुश रहना सीखना होगा। जीवन में कितनी भी बड़ी समस्या क्यों न आए मुस्कुराईए तो तनाव खत्म हो जाता है। इसके लिए हमें हर छोटी बड़ी बातों में छिपी हुई खुशी को ढूढंना होगा। वर्तमान समय दुनिया में तनाव और अवसाद बहुत बड़ी समस्या बनकर उभरे हैं।
यह विचार राजयोग शिक्षिका ब्रह्माकुमारी रश्मि दीदी ने केन्द्रीय आरक्षित पुलिस बल, आरंग के जवानों को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किए। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय की ओर से सी. आर. पी. एफ. के जवानों के लिए ओडका गांव में आयोजित कार्यक्रम में डिप्टी कमाण्डेण्ट प्रियरंजन गुप्ता, ब्रह्माकुमारी सविता दीदी, अदिति दीदी और दीक्षा दीदी उपस्थित थीं। इस अवसर पर जवानों को मुख मीठा कराया गया तथा राखी बाँधी गई।
ब्रह्माकुमारी रश्मि दीदी ने आगे कहा कि बहुत ज्यादा व्यर्थ सोचने से तनाव पैदा होता है। समस्याएं तो आएंगी वह हमारे बस में नहीं है। लेकिन हम अपने मन को राजयोग मेडिटेशन की सहायता से शान्त रखना सीख लें तो तनाव खत्म हो जाएगा। हमें सकारात्मक सोच रखना होगा।
ब्रह्माकुमारी सविता दीदी ने कहा कि यह साल अत्यन्त महत्वपूर्ण है क्योंकि इस वर्ष हम आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं। ब्रह्माकुमारी संस्थान में भी ११ से १५ अगस्त तक अमृत महोत्सव पर अनेक कार्यक्रम किए जाएंगे। परन्तु विचार करिए कि क्या हम वास्तव में स्वतंत्र हुए हैं। अंग्रेजों से मुक्ति मिल गई किन्तु काम, क्रोध, लोभ, मोह, अहंकार और व्यसनों के हम गुलाम हो गए हैं। इनसे छुटकारा प्राप्त करने पर ही सच्चे अर्थों में स्वतन्त्रता मिल सकेगी। हमारे सम्बन्धों में स्वार्थ घुस गया है। मनुष्य -मनुष्य से ही असुरक्षित हो गया है। ऐसे कठिन समय में लोगों को निर्विकारी और पावन बनाने का दिव्य कार्य परमपिता परमात्मा द्वारा ब्रह्माकुमारी संस्थान के माध्यम से कराया जा रहा है।
सी.आर.पी.एफ. के डिप्टी कमाण्डेन्ट प्रियरंजन गुप्ता ने बतलाया कि अपने विद्यार्थी जीवन से वह ब्रह्माकुमारी संस्थान के सम्पर्क में हैं। समय-समय पर ब्रह्माकुमारीज के कार्यक्रमों में शामिल भी होते रहते हैं। यहाँपर नैतिक और आध्यात्मिक मूल्यों की जो शिक्षा दी जाती है वह बहुत ही उपयोगी है तथा उसे अपनाने पर जीवन सुखमय बन जाता है। तनाव भी खत्म हो जाता है। विशेषकर नये जवानों के लिए यह शिक्षा बहुत ही उपयोगी सिद्घ होगी।
इस अवसर पर ब्रह्माकुमारी अदिति दीदी ने सी.आर.पी.एफ. के जवानों को आध्यात्मिक मूल्यों को अपनाने के लिए प्रतिज्ञा कराई कि सभी मनुष्य आत्माओं के लिए शुभ भावना रखकर व्यवहार करूंगा। व्यसनों से दूर रहूंगा। मुख से सदैव मीठे बोल ही बोलूंगा। हर परिस्थिति में सकारात्मक दृष्टिकोण रखूंगा। दिन की शुरूआत परमात्मा की याद से करूंगा आदि।
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