दुर्ग। लिटिया चौकी क्षेत्र में सरपंच पति की हत्या मामले का खुलासा कर दिया गया है। आरोपी कोई और नहीं बल्कि गांव का ही एक युवक निकला है। आरोपी ने सरपंच पति की हत्या अतिक्रमण को रुकवाये जाने से नाराज होने पर नदी में डुबाकर मार दिया था।
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दरसअल, ग्राम डोड़की व शिवकोकड़ी की सरपंच बीनाबाई निषाद के पति कौशल निषाद (55वर्ष) का शव नदी में मिला था। सरपंच पति बुधवार को पत्नी बीनाबाई को नहाने जाने की बात कहकर घर से निकला था। दोपहर तक जब वो घर नहीं लौटा तो परिजनों ने उसकी पतासाजी शुरू की। पतासाजी के दौरान आमनेर नदी के किनारे उसका कपड़ा और चप्पल पड़ा हुआ मिला। इसके बाद घरवालों ने नदी के आसपास काफी खोजा-बीन की, लेकिन वह कहीं नहीं मिला। गांव वालों और पुलिस को परिजनों ने घटना की जानकारी दी। सूचना मिलते ही लिटिया पुलिस ने तलाश शुरू की। इस बीच कौशल निषाद का शव नदी में मिला। शव मिलने के बाद पुलिस ने जांच के दौरान गांव के एक संदेही तामेश्वर पटेल को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की गई। पूछताछ में आरोपी ज्यादा देर पुलिस को गुमराह नहीं कर पाया और हत्या करने की बात कबूल की।
घटना के संबंध में दुर्ग पुलिस ने बताया कि देऊरकोना में रहने वाले कौशल निषाद की हत्या गांव के ही तामेश्वर पटेल ने की थी। सरपंच पति ने आरोपी द्वारा गांव के नदी किनारे किए जा रहे अतिक्रमण को रुकवा दिया था। पंचायत की ओर से आरोपी को नोटिस भी जारी किया गया था।
गुरूवार सुबह नहाने जाते समय दोनो की मुलाकात हो हुई तो सरपंच पति ने आरोपी को गुंडा कह दिया, जिससे नाराज होकर आरोपी ने सरपंच पति को घसीटते हुए नदी में डूबकर उसकी हत्या कर दी थी। हत्या वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी फरार हो गया था।
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