नगर निगम में नये जुड़े गांवों सहित 5 लाख आबादी को अब मिलेगा शुद्ध पेयजल

रायपुर । शहरी क्षेत्र में शुद्ध पेयजल आवर्धन एवं विस्तार योजना के तहत अमृत मिशन योजना के सहयोग से निर्मित 80 एम.एल.डी. जल शुद्धिकरण के संपवेल का 150 एमएलडी संयंत्र से इंटर कनेक्शन का महत्वपूर्ण कार्य समय सीमा के भीतर ही पूर्ण कर लिया। अब इस कार्य के पूरा हो जाने से प्रस्तावित सभी 14 नवीन उच्चस्तरीय जलागारों में जलापूर्ति होगी, जिससे नगर निगम सीमा में नये जुड़े गांवों के साथ लगभग 5 लाख नई आबादी तक पेयजल की आपूर्ति होगी। महापौर एजाज़ ढेबर, कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे ने समय सीमा के भीतर इस महत्वपूर्ण कार्य को बेहतर प्लानिंग के साथ पूरा करने के लिए नगर निगम की टीम की सराहना की है।



अमृत मिशन के तहत वर्तमान में निर्मित 10 नवीन उच्च स्तरीय जलागारों हेतु आवश्यक अतिरिक्त पेयजल की आपूर्ति हेतु बने इस 80 एमएलडी संयंत्र से 30 एमएलडी उपचारित जल को वर्तमान में संचालित 150 एमएलडी क्षमता के जल शोधन संयंत्र से ग्रेविटी के माध्यम से पहुंचाने हेतु इंटर कनेक्शन का अति आवश्यक कार्य 1 अगस्त को शुरू किया गया। इसके अंतर्गत 1000 व्यास की एमएस पाइप लाइन के एक हिस्से को कांक्रीट से ग्राउट कर दोनों संयंत्रों के सम्पवेल को उनके बॉटम से जोड़ा गया। चूंकि सम्पवेल का निर्माण 12 वर्ष पूर्व किया गया था और पर्याप्त मोटाई की आरसीसी वॉल को तोड़ने का कार्य अति संवेदनशील था, इसलिए नगर निगम आयुक्त मयंक चतुर्वेदी के निर्देशन में नगर निगम का पूरा तकनीकी अमला मिशन मोड पर तैनात किया गया और 48 घंटे का शट-डाउन कर योजना अनुरूप पूरी कार्यवाही की गई। मुख्य अभियंता आर.के. चौबे, कार्यपालन अभियंता बद्री चंद्राकर, सहायक अभियंता नरसिंग फरेन्द्र, अमृत मिशन के कार्यपालन अभियंता आर.के. गुप्ता, सहायक अभियंता नितिश झा, प्रदीप यादव, योगेश कडू, उपअभियंता अनुराग पाटकर, रमेश पटेल सहित पीडीएमसी की पूरी टीम अनवरत कार्य करते हुए इस महत्वपूर्ण कार्य को समय सीमा के भीतर पूरा किया। कार्य के दौरान नागरिकों को असुविधा न हो इसके लिए रायपुर नगर निगम द्वारा पर्याप्त टैंकर की व्यवस्था कर पेयजल आपूर्ति की गई एवं जोन कमिश्नर एवं उनके अधीनस्थ अमले ने तत्काल सहायता उपलब्ध कराने अलर्ट मोड पर रहकर अपनी सेवाएं दी।

महापौर एजाज़ ढेबर ने इस कार्य को समय पर पूरा करने के लिए नगर निगम की पूरी टीम की सराहना करते हुए कहा है कि टीम वर्क और प्लानिंग से काम करते हुए पूरी टीम ने अथक परिश्रम कर 5 लाख आबादी को पीने का पानी सुलभ कराने के लिए उत्कृष्ट कार्य किया है। कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे ने भी इस इंटर कनेक्शन की कार्यवाही में जुटी टीम को प्लानिंग और परिश्रम के लिए शाबाशी दी है।

रायपुर शहरी क्षेत्र में जलापूर्ति अब पूरी तरह से सामान्य हो गई है एवं सभी जलागारों में शोधन संयंत्र से पर्याप्त जलापूर्ति की जा रही है। इस कार्य के पूरा हो जाने से अब रायपुर सीमा में सम्मिलित हुए 7 गांव कचना, आमासिवनी, जोरा, देवपुरी, डुमरतराई, बोरियाखुर्द, डूंडा के लिए बने 5 उच्च स्तरीय जलागारों में भी अब पर्याप्त जलापूर्ति होगी। इसके अलावा औद्योगिक प्रक्षेत्र भनपुरी में भी जलापूर्ति सुगमता पूर्वक होगी, जहां अब-तक केवल टैंकर के माध्यम से ही पेयजल की पूर्ति रायपुर नगर निगम करता रहा है। इस कार्य के पूरा हो जाने से 277 एमएलडी के पुराने संयंत्र की क्षमता बढ़कर 357 एमएलडी हो गई है। इसके अलावा रायपुरा एवं कुकुरबेड़ा में निर्मित हो रहे जलागारों को जलापूर्ति हेतु राइजिंग लाइन का इंटर कनेक्शन कार्य भी इस टीम ने पूरा किया है।

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