रस्तोगी कालेज भिलाई के आवासीय छात्रावास में छात्राओं के उल्टी दस्त से संक्रमित पाए जाने के मामले की जांच पूरी कर ली गई है।
दुर्ग। रस्तोगी कालेज भिलाई के आवासीय छात्रावास में छात्राओं के उल्टी दस्त से संक्रमित पाए जाने के मामले की जांच पूरी कर ली गई है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जांच रिपोर्ट कलेक्टर को सौंप दी गई है।
प्रारंभिक जांच में दूषित पानी के साथ-साथ हास्टल के मेस का खाना भी गुणवत्ता हीन होना पाया गया है। मृत छात्रा के परिवार के सदस्यों ने स्मृति नगर पुलिस चौकी में शिकायत कर कालेज प्रबंधन के खिलाफ एफआइआर की मांग की है। इस पर पुलिस द्वारा आगे की कार्यवाही की जा रही है।
रस्तोगी कालेज भिलाई के छात्रावास में रहने वाली छात्राओं के उल्टी-दस्त से पीड़ित होने का सिलसिला जारी है। सोमवार देर रात चार और छात्राओं को इलाज के लिए हाईटेक अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहीं दो छात्राओं को डिस्चार्च कर दिया गया है। जिला स्वास्थ्य विभाग की टीम मंगलावार को हाईटेक अस्पताल पहुंची और इलाज के लिए भर्ती छात्राओं की स्थिति के बारे में जानकारी ली।
सीएमएचओ डा.जेपी मेश्राम ने बताया कि उपचार के लिए भर्ती सभी छात्राओं की स्थिति अच्छी है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जांच रिपोर्ट कलेक्टर को सौंप दी गई है। वहीं भिलाई निगम के अधिकारियों ने भी नर्सिग कालेज के छात्रावास में रह रही छात्राओं से वहां नाश्ता एवं भोजन व्यवस्था के संबंध में जानकारी ली।
इस पर यह बात सामने आई कि माडल टाउन स्थित मेस से भोजन तैयार कर उक्त छात्रावास सहित अन्य छह छात्रावासों में भेजा जाता है। भोजन भी गुणवत्ता हीन बताया गया है। इसके अलावा छात्रावास का पानी दूषित है। उल्टी दस्त से पीड़ित एक छात्रा कामिनी चुरेंद्र की मौत 31 जुलाई को हुई थी। मृत छात्रा के स्वजन ने इस मामले में कालेज प्रबंधन के खिलाफ एफआइआर के लिए स्मृत नगर पुलिस चौकी में आवेदन लगाया गया। जिस पर कार्रवाई चल रही है।
उल्टी-दस्त से पीड़ित उपचार के लिए भर्ती छात्राओं की स्थिति में सुधार हो रहा है। पूरे मामले की जांच कर ली गई है। खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग द्वारा कालेज के मैस में बनाए जाने वाले भोजन की सामाग्री का नमूना भी जांच के लिए लिया गया है।
– डा. जेपी मेश्राम, मुख्य चिकिस्ता एवं स्वास्थ्य अधिकारी दुर्ग
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