कोरबा,2 अगस्त ( वेदांत समाचार)। साउथ इस्टर्न कोलफिल्ड्स लिमिटेड (एसईसीएल) ने विभागीय कर्मचारियों के बच्चों को स्कूल छोड़ने व वापस लाने के लिए बस सुविधा उपलब्ध कराई है। इन बसों की सुविधा जमीन देने वाले भू-विस्थापित परिवार के बच्चों या निम्न वर्ग के बच्चों को नही दी जाती है। इससे बच्चों को स्कूल आने जाने परेशानी झेलनी पड़ रही है। सभी बच्चों को एसईसीएल की ओर से बस सुविधा उपलब्ध कराने की मांग मार्क्सवादी कम्यूनिष्ट पार्टी (माकपा) ने कलेक्टर से की है।
जिले में एसईसीएल के चारों एरिया कोरबा, कुसमुंडा, गेवरा, दीपका द्वारा स्कूल बस चलाया जाता है जिसमें केवल एसईसीएल के कर्मचारियों के बच्चों को ही बसों की सुविधा दी जा रही है, पर जमीन देने वाले व खदान प्रभावितों के बच्चों को सुविधा से वंचित रखा गया है। भू- विस्थापित, बीपीएल कार्डधारी व आम बच्चों को स्कूल बसों में चढ़ने से रोका जाता है। इससे बच्चों के मन में बचपन से ही अपने आप को कमजोर समझने की भावना पैदा होने के साथ ही मानसिक रूप से बुरा असर भी पड़ रहा है। माकपा जिला सचिव प्रशांत झा की अगुवाई में एक प्रतिनिधिमंडल ने मंगलवार को कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर स्कूल बसों की संख्या बढ़ाने व भू विस्थापित समेत सभी बच्चों के लिए फ्री बस पास उपलब्ध कराने की मांग की है। माकपा जिला सचिव प्रशांत झा ने कहा कि एसईसीएल द्वारा सामुदायिक विकास के नाम पर करोड़ों रुपये खर्च किए जाते है, पर एसईसीएल बच्चों की शिक्षा के प्रति गंभीर नहीं है। देश के भविष्य बच्चों की शिक्षा को ध्यान में रखते हुए कोरबा, कुसमुंडा, गेवरा, दीपका द्वारा स्कूल बसों की संख्या को सामुदायिक विकास के तहत सीएसआर मद से बढ़ाने की मांग की है, ताकि सभी भू-विस्थापित व आम बच्चे को उच्च शिक्षा हासिल करने में कोई परेशानी न आए। माकपा ने इस संबंध में कलेक्टर के साथ चारों एरिया के महाप्रबंधक को पत्र लिखकर तत्काल मांगों को पूरा कहा है। माकपा नेताओं ने कहा कि बच्चों की बस समस्या का समाधान नहीं होने पर स्कूली बच्चों के साथ मिलकर आंदोलन के लिए बाध्य होंगे। इस दौरान प्रमुख रूप से दीपक, दामोदर, श्याम, सुमेंद्र सिंह कंवर, सनत कश्यप, मंगल, नारायण, जय कौशिक उपस्थित रहे।
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