बीएचयू स्थित केंद्रीय विद्यालय के नौवीं के छात्र मयंक यादव की आत्महत्या से गुस्साए छात्र मंगलवार की सुबह केंद्रीय विद्यालय के सामने धरने पर बैठ गए। प्रिंसिपल और वाइस प्रिंसिपल पर कार्रवाई की मांग की।
बीएचयू स्थित केंद्रीय विद्यालय के नौवीं के छात्र मयंक यादव की आत्महत्या से गुस्साए छात्र मंगलवार की सुबह केंद्रीय विद्यालय के सामने धरने पर बैठ गए। मयंक की बहन तनीषा के साथ बैठे छात्रों ने प्रिंसिपल और वाइस प्रिंसिपल पर कार्रवाई की मांग की। मयंक के मौत के लिए स्कूल प्रशासन को जिम्मेदार बताते हुए प्रिंसिपल और वाइस प्रिंसिपल पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया। छात्रों की बात सुनने डीसीपी भी पहुंचे और उनके आश्वासन पर छात्र स्कूल प्रबंधन के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने थाने पहुंचा।
28 जुलाई को नौवीं का छात्र मयंक स्कूल में मोबाइल लेकर आ गया था। इसी दौरान किसी का वीडियो बनाते हुए लाइब्रेरियन ने उसे देख लिया और उसे प्रिंसिपल के पास लेकर पहुंचा। इसके बाद उसे एक हफ्ते के लिए स्कूल से सस्पेंड कर दिया गया। इतना ही नहीं प्रिंसिपल ने मयंक के पिता को भी बुलाकर बेइज्जत किया।
मयंक ने सोमवार को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। आरोप है कि पिता की बेइज्जती से आहत होकर उनसे आत्महत्या की है। पिता ने आरोप लगाया कि उन्हें और उनकी पत्नी को स्कूल बुलाकर अपमानित किया गया था। इससे मयंक व्यथित था।
मंगलवार को प्रिंसिपल और अन्य पर कार्रवाई की मांग करते हुए मयंक की बहन तनीषा के साथ छात्रों ने धरना शुरू कर दिया। वहीं, प्रधानाचार्य दिवाकर सिंह ने इस बारे में बताया कि जो भी छात्र छात्राएं मोबाइल के साथ पकड़े जाते हैं, उनको हिदायत देते हुए मोबाइल वापस कर दिया जाता है। मयंक की घटना के बारे में कहा कि इस प्रकरण में लंका पुलिस छानबीन कर रही है। उसकी तरफ से कार्रवाई की जाएगी।
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