2 अगस्त का राष्ट्रीय ध्वज से है खास कनेक्शन,जानिए कौन है वो शख्स? जिन्होंने किया हमारे ‘तिरंगे’ का निर्माण!

15 अगस्त आने वाला है ,और भारत की आज़ादी 75 साल हो गए हैं इस साल मनाया जायेगा आज़ादी का अमृत महोत्सव आजादी के अमृत महोत्सव के तहत 11 अगस्त से हर घर तिरंगा अभियान की शुरुआत की जा रही है, जिसमें सभी लोग अपने घर पर तिरंगा लगाएंगे और ये अभियान 11 से 15 अगस्त तक चलेगी।

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी लोगो से अपील की 2 अगस्त से सोशल मीडिया पर अपनी प्रोफाइल फोटो पर भी तिरंगा लगाने के लिए कहा है। लेकिन अब आप ये सोच रहे होंगे की 2 अगस्त को क्यों कहा गया है। तो आपको बता दे की अगस्त का राष्ट्रीय ध्वज से खास कनेक्शन है,इसी दिन हमारे तिरंगे का निर्माण हुआ था। इसका निर्माण करने वाले और कोई नहीं बल्कि पिंगलि वेंकय्या है। जिनके जन्मदिवस पर ही ये अभियान की शुरुवात की गई है।जिन्होंने हमारे तिरंगे झंडे को डिजाइन किया था।

पिंगलि वेंकय्या कौन हैं ?
2 अगस्त 1876 को जन्मे पिंगली वेंकय्या ,पिता का नाम हनुमंतारायडु और माता का नाम वेंकटरत्नम्मा कई भाषाओं की पढ़ाई की थी और वो कई विषयों के जानकार थे। रिपोर्ट्स के अनुसार, उन्हें कई विषयों में रूचि थी, जिसमें भूविज्ञान और कृषि क्षेत्र भी शामिल है। वही, उन्होंने रेलवे में काम करने के साथ ही ब्रिटिश भारतीय सेना में भी अपनी सेवा दी थी और युद्ध में भी हिस्सा लिया था। इसके बाद वो भी स्वतंत्रता संग्राम में शामिल हो गए और उस दौरान वो महात्मा गांधी की विचारधारा से काफी प्रभावित रहते थे। स्वतंत्रता के संग्राम में उनका भी विशेष योगदान था।

पिंगलि वेंकय्या ने ही तिरंगे को डिजाइन किया था। कहा जाता है कि पहले लाल और हरे रंग से झंडा बनाया था, लेकिन उस पर सहमति नहीं मिली। फिर उन्होंने तीन रंगों से इसे बनाया और साल 1921 में महात्मा गांधी ने इसे स्वीकृत किया। इसके बाद भारत को अपना तिरंगा मिला और उन्हें झंडा डिजाइन करने के बाद खास पहचान मिली। बता दें कि उन्हें भारत रत्न दिए जाने की भी मांग की जा रही है। अब केंद्र सरकार उनकी स्मृति में डाक टिकट भी जारी करने जा रही है। इससे पहले साल 2009 में भी उनके नाम की टिकट जारी की गई थी। भारत की संविधान सभा ने राष्ट्रीय ध्वज का प्रारूप 22 जुलाई 1947 को अपनाया।