सिद्धपीठ में होगा राम व शिव कथा पर संगीतमय व्याख्यान

खैरागढ़ । सिद्धपीठ रुक्खड़ स्वामी मंदिर में श्रावण महोत्सव के अवसर पर होने जा रहे रामकथा,शिव कथा संगीत मय व्याख्यान माला में क्षेत्र की प्रतिष्टित मानस मंडलियां शामिल होने जा रही हैं। तुलसी मानस प्रतिष्ठान, ब्लॉक इकाई के संयोजन में 14 जुलाई से होने जा रहे व्याख्यान माला में रामचरितमानस की चौपाइयों के साथ राम व भगवान भोलेनाथ के चरित्रों को जनमानस के समक्ष सांगीतिक तरीके से प्रस्तुत किया जाएगा। मंडलियों में मर्मज्ञगण इस पर अपना दृष्टिकोण रखेंगें। प्रतिष्ठान के सदस्य किशोर शांडिल्य ने बताया कि आयोजन के लिए समस्त मंडलियों को विधिवत सूचना दी जा चुकी है। प्रतिष्ठित मानस मंडलियां करेंगी शिरकत-व्याख्यानमाला में मारुटोला का पंचरत्न मानस परिवार 14 जुलाई,नवागांव मुतेड़ा का मातृ मानस परिवार 15 जुलाई,संगम मानस परिवार 17 जुलाई, अवेली का मातृ मानस ज्ञान गंगा परिवार 18 जुलाई,जय माँ लक्ष्मी मानस परिवार कुसियारी 19 जुलाई, श्रुति कीर्ति महिला मानस परिवार टिकरापारा 20 जुलाई,बघमर्रा का तुलसी मानस मंदाकिनी 21 जुलाई,काँचरी का सत्यम मानस परिवार 22 जुलाई,टिकरापारा का सत्यम मानस परिवार 24 जुलाई,अवेली का मारुति मानस परिवार 25 जुलाई, दिलीपपुर का सिद्ध सरस्वती मानस परिवार 26 जुलाई, गांतापार नाका का जय नथेला मानस परिवार 27 जुलाई,मालुद का शिव शक्ति मानस परिवार 28 जुलाई,पिपरिया का रामभक्त मानस परिवार 29 जुलाई,सत्य कबीर मानस परिवार 31 जुलाई,धौराभांठा का भक्ति महिला मानस परिवार 1 अगस्त,सरगम मानस परिवार 2 अगस्त,परमानंद मानस परिवार 3 अगस्त,पिपलाकछार का शिव मानस परिवार 4 अगस्त,धौराभांठा का नव जागृति मानस परिवार 5 अगस्त,ख़ैरागढ़ का गीतांजलि मानस परिवार 7 अगस्त,विक्रमपुर का जय माँ सरस्वती मानस परिवार 8 अगस्त,कोटरा का हर्षदीप मानस परिवार 9 अगस्त, डोकराभांठा का जय बजरंग मानस परिवार 10 अगस्त और जय अन्नपूर्णा महिला मानस मंडली 11 अगस्त को अपनी प्रस्तुति देंगे।पूर्वजों की स्मृति में होगी कथा-रामकथा व शिवकथा के प्रसंग प्रतिदिन पूर्वजों की स्मृति में आयोजित होंगें। जिसमें कोई भी श्रद्धालु अपने पूर्वजों व परिजनों की स्मृति में पंजीयन करा सकते हैं। पंजीयन की अंतिम तिथि 12 जुलाई रखी गई है। ट्रस्ट के सहसचिव राजीव चंद्राकर ने बताया कि भगवान शिव परमपिता हैं। श्रावण माह में सिद्ध स्थल पर पूर्वजों की मोक्ष की कामना के साथ श्रद्धालु इस आयोजन का हिस्सा बन सकते हैं।