अपने कार्बन न्यूट्रैलिटी के लक्ष्य को हासिल करने के लिए तेजी से आगे बढ़ रही है महिंद्रा लॉजिस्टिक्स लिमिटेड

·        साइंस बेस्ड टार्गेट्स इनिशिएटिव (एसबीटीआई) में शामिल, जिसके तहत 2021 के लिए हासिल कंपनी के कार्बन कटौती लक्ष्यों को मिलती है मान्यता

·        कार्बन कटौती लक्ष्य निधारित करने और एसबीटीआई द्वारा मान्य कुछ लॉजिस्टिक्स कंपनियों में शामिल

मुंबई, 6 जून 2022- देश की सबसे बड़ी लॉजिस्टिक्स सर्विसेज प्रोवाइडर कंपनियों में से एक महिंद्रा लॉजिस्टिक्स लिमिटेड (एमएलएल) ने घोषणा की कि साइंस बेस्ड टार्गेट्स इनिशिएटिव (एसबीटीआई) (एसबीटीआई) ने कार्बन उत्सर्जन को कम करने के कंपनी के लक्ष्य को मान्य कर दिया है और कंपनी सस्टेनेबिलिटी संबंधी अपने दीर्घकालिक लक्ष्यों को पूरा करने की राह पर आगे बढ़ रही है। कार्बन न्यूट्रैलिटी संबंधी लक्ष्यों की यह उपलब्धि जलवायु परिवर्तन के पेरिस समझौते के अनुसार ग्लोबल वार्मिंग को 1.5 डिग्री सेल्सियस तक सीमित करने के लिए आवश्यक कमी के स्तर के अनुरूप निर्धारित की गई है। यह 2040 तक कंपनी के कार्बन न्यूट्रल होने के महत्वाकांक्षी लक्ष्य की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। इस तरह महिंद्रा लॉजिस्टिक्स कार्बन कटौती लक्ष्य निधारित करने और एसबीटीआई द्वारा मान्य कुछ लॉजिस्टिक्स कंपनियों में शामिल हो गई है। कंपनी 2040 तक अपने सस्टेनेबिलिटी लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में काम कर रही है।

महिंद्रा लॉजिस्टिक्स लिमिटेड (एमएलएल) ने पिछले साल एसबीटीआई के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए थे और कंपनी पहले वर्ष में निर्धारित मानकों को पूरा करने में कामयाब रही। 2021 में पहल में शामिल होकर एमएलएल ने पेरिस समझौते के सबसे महत्वाकांक्षी उद्देश्य के अनुरूप आगे बढ़ने के अपने इरादों का संकेत दे दिया था। यह लक्ष्य वैश्विक तापमान में वृद्धि को 1.5 डिग्री सेल्सियस ऊपर पर ही सीमित करने से संबंधित है। इसके अलावा, पेरिस समझौते के तहत 2050 तक नेट जीरो की स्थिति को हासिल करने का लक्ष्य भी रखा गया है।

महिंद्रा लॉजिस्टिक्स के एमडी और सीईओ रामप्रवीण स्वामीनाथन ने इस बारे में टिप्पणी करते हुए कहा, ‘‘महिंद्रा लॉजिस्टिक्स हमारी राइज फिलॉस्फी के अनुरूप सस्टेनेबिलिटी की दिशा में आगे बढ़ने के लिए  गहराई से प्रतिबद्ध है। एसबीटीआई में शामिल होना कार्बन न्यूट्रैलिटी की दिशा में हमारी यात्रा की दिशा में एक अहम कदम है, जिसे हमारे स्पष्ट कार्यक्रमों और पहलों के साथ जोड़कर देखा जा सकता है। यह उपलब्धि 2040 तक कार्बन न्यूट्रल बनने की हमारी प्रतिबद्धता और योजना को ही साबित करती है।’’

महिंद्रा लॉजिस्टिक्स ने कार्बन न्यूट्रैलिटी, सर्कुलरिटी और रिसोर्स कंजर्वेशन पर ध्यान केंद्रित करते हुए सस्टेनेबिलिटी संबंधी अनेक पहल की हैं। उसी के हिस्से के रूप में, इसकी आपूर्ति श्रृंखला और उद्यम गतिशीलता व्यवसायों के लिए एक मजबूत इलेक्ट्रिक इकोसिस्टम विकसित किया गया है। कंपनी अपने बेड़े में सीएनजी आधारित कार्गाे और मोबिलिटी वाहनों को भी अपना रही है। इसके अतिरिक्त, एमएलएल सर्कुलरिटी, ऊर्जा दक्षता और नवीकरणीय ऊर्जा में निवेश कर रहा है और नई सुविधाएं स्थापित कर रहा है जो आईजीबीसी/एलडीईईडी प्रमाणन मानकों का अनुपालन करती हैं और वित्त वर्ष 2022-23 के अंत तक अपने गोदामों में 1 मेगावाट से अधिक सौर ऊर्जा रखने का लक्ष्य रखती हैं।

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