छत्तीसगढ़: एक जुलाई से फिर 54 एक्सप्रेस ट्रेनों में जनरल टिकट से यात्रा सुविधा नहीं 

ऑनलाइन टिकट बुक कराना होगा या टीटीई के पास पेनाल्टी पटाकर यात्रा करनी होगी, इससे यात्रा का खर्च बढ़ेगा

रायपुर। रेलवे बोर्ड ने फरवरी में देश के सभी जोन में पत्र जारी कर कोरोना के पहले की स्थिति अनुसार एक्सप्रेस ट्रेनों के जनरल कोच में सीधे काउंटर से टिकट लेकर यात्रा करने की अनुमति दी थी। रेलवे के अफसरों ने अग्रिम बुकिंग 120 दिन पहले होने का हवाला देते हुए 1 जुलाई से यह सुविधा शुरू करने का फरमान जारी कर दिया।

अब यात्रियों की मांग पर 1 जून से जनरल टिकट से यात्रा को अनुमति दी गई। इसके बावजूद 1 जुलाई से 54 लंबी दूरी की एक्सप्रेस ट्रेनों में लोग जनरल टिकट लेकर यात्रा नहीं कर पाएंगे। उन्हें ऑनलाइन टिकट बुक कराना होगा या टीटीई के पास पेनाल्टी पटाकर यात्रा करनी होगी।

इन ट्रेनों में बारी-बारी से जनरल टिकट से यात्रा की अनुमति दी जाएगी। 1 जुलाई से सुविधा नहीं देने पर रेलवे के अफसरों का तर्क है कि जनरल बोगी पर्याप्त मात्रा में नहीं है। ऐसे में जनरल टिकट से यात्रा के लिए एक्सप्रेस ट्रेनों में एक-एक जनरल कोच जोड़ा जा रहा है। इसमें वहीं लोग यात्रा करेंगे, जो जनरल काउंटर से टिकट लिए हैं।

जिन्होंने ऑनलाइन जनरल टिकट बुक किया है, वे जून में दूसरे जनरल कोच में सफर करेंगे। जिन ट्रेनों में जून से जनरल टिकट से यात्रा की अनुमति दी गई, उसके लिए जनरल कोच जोड़ा जा रहा है। यह सुविधा 1 जून से शुरू हुई है। रेलवे का कहना है कि 1 जुलाई से सभी ट्रेनों में जनरल टिकट से यात्रा की सुविधा इसलिए भी नहीं दी जा पा रही है, क्योंकि कुछ लोगों ने रिजर्वेशन करवा लिया है।

हालांकि अफसरों की यह बात गले नहीं उतरती। कोई यात्री भला ज्यादा पैसे देकर क्यों जनरल बोगी में सफर के लिए ऑनलाइन टिकट करवाएगा। लोगों को पता है कि 1 जुलाई से सभी एक्सप्रेस ट्रेनों में जनरल टिकट से सफर की अनुमति दी जानी है।

काउंटर के पास ही टीटीई पेनाल्टी लेकर देता है टिकट
जिन एक्सप्रेस ट्रेनों के जनरल कोच में काउंटर से टिकट लेकर यात्रा करने की अनुमति नहीं है, उसमें काउंटर के पास ही टीटीई पेनाल्टी लगाकर टिकट काटता है। यह रेलवे का दोहरा मापदंड है। जानकारों का कहना है कि कोरोनाकाल के बाद रेलवे का पूरा ध्यान यात्री सुविधाओं पर नहीं बल्कि कमाई पर है। सवा दो साल बाद जनरल टिकट से यात्रा शुरू होने वाली है। इसमें भी रेलवे कोताही बरत रहा है।

इन लंबी दूरी की प्रमुख ट्रेनों में एक जुलाई से जनरल टिकट से यात्रा नहीं

  • पटना-बिलासपुर एक्स.
  • साउथ बिहार एक्सप्रेस
  • तिरुनेलवेली-बिलासपुर एक्स.
  • एर्नाकुलम-बिलासपुर एक्स.
  • पुरी-दुर्ग एक्स.
  • हावड़ा-अहमदाबाद एक्स.
  • दरभंगा-सिकंदराबाद एक्स.
  • पुरी-अहमदाबाद एक्स.
  • कामाख्या-एलटीटी एक्स.
  • पुरी-वलसाड एक्स.
  • पुरी-जोधपुर एक्स.
  • पुरी-अजमेर एक्स.
  • माल्दा-सूरत एक्स.
  • हावड़ा-पुणे एक्स.
  • शालीमार-उदयपुर एक्स.
  • पुरी-एलटीटी एक्स.
  • हावड़ा-एलटीटी एक्स.
  • हावड़ा- शिर्डी एक्स.
  • पुरी-बीकानेर एक्स.
  • विशाखापट्‌टनम-भगत की कोठी एक्स.
  • पुरी- ऋषिकेश एक्स.
  • सांतरागाछी-पोरबंदर एक्स.
  • पुरी-गांधीधाम एक्स.
  • विशाखापट्‌टनम- अमृतसर एक्स.
  • शालीमार-एलटीटी एक्स.
  • हावड़ा-ओखा एक्स.
  • रक्सौल-हैदराबाद एक्स.
  • शालीमार-पोरबंदर एक्स.

समर स्पेशल सूरत-हटिया ट्रेन का विस्तार
सूरत से हटिया के बीच चल रही अप-डाउन समर स्पेशल ट्रेन का विस्तार 1 जुलाई तक कर दिया गया है। पहले यह ट्रेन 10 जून तक चलाई जानी थी। इसके तीन फेरे और बढ़ाए गए हैं। ट्रेन नंबर 09069 सूरत-हटिया साप्ताहिक समर स्पेशल का परिचालन 16, 23 व 30 जून को प्रत्येक गुरुवार को सूरत से रवाना होगी। इसी प्रकार विपरीत दिशा की ट्रेन नंबर 09070 हटिया-सूरत साप्ताहिक समर स्पेशल का परिचालन हटिया से 17, 24 जून एवं 01 जुलाई यानी प्रत्येक शुक्रवार किया जाएगा।

इस स्पेशल ट्रेन में वेटिंग चल रही है। दरअसल गुजरात व झारखंड जाने वाले काफी लोग हैं, जो इस ट्रेन से यात्रा कर रहे हैं। यही नहीं यह ट्रेन बिलासपुर, नागपुर, दुर्ग, गोंदिया जैसे स्थानों को भी जोड़ती है। इससे लोगों को यात्रा करने का एक और विकल्प मिल जाता है।

कुछ एक्सप्रेस ट्रेनों में जनरल कोच में सफर के लिए जुलाई में भी रिजर्वेशन हो चुका है। यही कारण है कि सभी ट्रेनों में 1 जुलाई से जनरल टिकट से यात्रा की सुविधा नहीं दी जा रही है।
साकेत रंजन, सीपीआरओ रेलवे

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