कवर्धा: दुर्ग रेंज के नव पदस्थ आईजी बद्रीनारायण मीरा आज मंगलवार देर शाम पहली बार कवर्धा पहुंचे. आईजी बद्रीनारायण कवर्धा पुराना पुलिस लाइन में सामुदायिक पुलिसिंग के तहत संचालित फोर्स एकेडमी के अध्ययन कक्ष का रिबन काट कर लोकार्पण किया. कार्यक्रम के बाद आईजी ने अध्ययन कक्ष के सामने वृक्षारोपण भी किया. साथ ही कार्यक्रम में उपस्थित छात्र-छात्राओं का उत्साहवर्धन किया.
आईजी बद्रीनारायण ने कहा कि देखकर बेहद खुशी हो रही है कि कवर्धा के युवावर्ग जागरूक है. अन्य जगहों पर कान भोडू डीजी के साथ युवा वर्ग नाचने छुमते दिखते है. साथ ही सड़कों पर पान ठेले में वक्त बिताते है, लेकिन कवर्धा में युवावर्ग अपने कैरियर को लेकर गंभीर है. देश की सेवा करने तैयारी कर रहे हैं. आप सभी बहुत मेहनत कर रहे हैं. आपके सहयोग के लिए एसपी लालउमेंद सिंह भी मेहनत और सहयोग कर रहे हैं. आप सभी मेहनत करें और अपना अच्छा भविष्य सुनिश्चित करें. हम आशा करते है कि आप का भविष्य उज्जवल हो.
सामुदायिक पुलिसिंग के तहत विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन
कवर्धा में पुलिस विभाग सुरक्षा के साथ-साथ सामुदायिक पुलिसिंग के तहत विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन करती है, उनमें से एक फोर्स एकेडमी भी है. फोर्स एकेडमी में चार सौ से अधिक जिले के युवक-युवतियों को छत्तीसगढ़ पुलिस बल, सीएफ, आर्मी, समेत विभिन्न भर्ती के लिए निशुल्क प्रशिक्षण दिया जा रहा है. छात्राओं को फिजिकल ट्रेंनिंग के साथ ही अध्ययन भी कराया जाता है. इन सभी प्रशिक्षण जिला पुलिस विभाग के प्रधान आरक्षक वसीम रजा कुरैशी को जिम्मेदारी सौंपी गई है. सुबह और शाम युवक-युवतियों को करपात्री स्टेडियम ग्राउंड में ट्रेनिंग दिया जाता है और दोपहर में पुराने पुलिस लाइन के फोर्स एकेडमी अध्ययन कक्ष में क्लास लगाकर भर्ती के लिए महात्वपूर्ण जानकारी पर अध्ययन कराया जाता है.
फोर्स एकेडमी की शुरुआत 2015 में वर्तमान पुलिस अधिक्षक लालउमेंद सिंह द्वारा किया गया. शुरुआती दौर में मिशन 500 से किया गया था और यही से प्रशिक्षण पाकर 500 से अधिक युवक-युवती पुलिस विभाग और अन्य विभाग मे नौकरी पाकर अपना भविष्य बना चुके हैं. फिर 2020 में इसे मिशन 05 हजार कर दिया गया है. पुलिस विभाग द्वारा सामुदायिक पुलिसिंग के तरह फोर्स एकेडमी की शुरुआत जिले के नक्सल क्षेत्र के पढ़ें लिखे बेरोजगार युवकों को अपराधिक गतिविधियों से दूर रखने और उन्हें नौकरी के जरिए भविष्य उज्जवल बनाने के उद्देश्य से किया गया था. लेकिन धीरे-धीरे फोर्स एकेडमी में जिले के अलावा अन्य जिलों से भी युवक-युवती शामिल होते जा रहे हैं और निशुल्क प्रशिक्षण ले रहे हैं.
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