हथियार लेकर थाने में फिल्मी स्टाइल में घुसे गुंडे, हवालात से साथी को छुड़ाने की कोशिश; मचा हंगामा

कोटा के चेचट थाने में बंद आरोपी को छुड़ाने के लिए हथियारों से लैस 6 बदमाश थाने में दाखिल हो गए और थाने पर पहरा दे रहे ड्यूटी कॉन्स्टेबल सहित अन्य कॉन्स्टेबलों के साथ मारपीट कर दी। बदमाशों ने पिस्तौल और चाकू निकाल लिए और पुलिसकर्मियों को धमकाना शुरू कर दिया।

सूचना पर तत्काल ही एसएचओ सहित अन्य पुलिसकर्मी थाने की तरफ दौड़ पड़े। इसकी भनक लगते ही बदमाश मौके से फरार हो गए। इस दौरान पुलिस ने 4 बदमाशों को पकड़ लिया जिनके खिलाफ संगीन धाराओं में प्रकरण दर्ज करके जांच शुरू कर दी गई है।

शांतिभंग में पुलिस ने दो लोगों को किया था गिरफ्तार

पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया की हवालात में सहीदउद्दीन उर्फ भैया और अब्दुल कयूम उर्फ गुड्डू शिकारी शांतिभंग के आरोप में बंद थे। देर रात को बाइकों पर बदमाश नवनीत शर्मा, अमित नावरिया, अजय राठौड़ उर्फ भगवान, गोपाल सोनी, आत्माराम माली और पितु शर्मा आए। इन सभी बदमाशों ने थाने में मौजूद कॉन्स्टेबलों को धमकाया और हवालात में बंद दोनों आरोपियों को छुड़ाने के लिए कॉन्स्टेबल पर हमला कर दिया। पुलिस का कहना है कि आरोपी सहीदउद्दीन उर्फ भैया के खिलाफ पहले भी कई प्रकरण दर्ज हैं। वो चेचट थाने का हिस्ट्रीशीटर है।

हमला करने वाले बदमाशों में 2 हिस्ट्रीशीटर 1 पूर्व सरपंच शामिल

चेचट थाने के एसएचओ अमरनाथ ने बताया कि जो बदमाश पिस्तौल और चाकू लेकर थाने में घुसे थे उनमें दो हिस्ट्रीशीटर भी शामिल थे। मुख्य आरोपी नवनीत शर्मा है। जिसके खिलाफ हत्या, हत्या का प्रयास सहित 15 से ज्यादा गंभीर प्रकरण दर्ज हैं। आरोपी चेचट थाने का भी हिस्ट्रीशीटर है जो फरार हो चुका है। वही अन्य आरोपी अमित नावरिया चेचट का पूर्व सरपंच है। जिसके खिलाफ भी थाने में कई प्रकरण दर्ज हैं। 

सूचना मिलते ही तत्काल मौके पर पहुंचने से पुलिस ने 3 बदमाशों अमित नावरिया, अजय राठौड़, गोपाल सोनी को पकड़ने में सफलता हासिल कर ली। वही थोड़ी देर बाद पुलिस ने चौथे आरोपी पितु शर्मा को भी गिरफ्तार कर लिया। पुलिस का कहना है कि अन्य बदमाशों नवनीत शर्मा, आत्मा राम माली को भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

कॉन्स्टेबल मुकेश की सतर्कता से टला बड़ा हादसा

चेचट थाने में अचानक हुए हमले के दौरान कॉन्स्टेबल मुकेश कंप्यूटर रूम में मौजूद था। जिसने शोर-शराबे की आवाज सुनकर बाहर आकर देखा और तत्काल ही एसएचओ को फोन कर दिया। मुकेश का कहना है कि उस पर बदमाशों की नजर नहीं पड़ी अन्यथा उस पर भी बदमाश हमला कर देते। वही कॉन्स्टेबल की सूचना पर पुलिस तत्काल मौके पर पहुंच गई थी और आरोपियों को दबोचना शुरू कर दिया। वहीं एसपी कविंद्र सिंह का भी कहना है कि पुलिस पूरी तरह से अलर्ट थी इस वजह से बड़ी वारदात होने से टल गई।