सफलता की कहानी : बदलाव की कहानियां गढ़ रहीं स्वयं सहायता समूह की महिलाएं

दंतेवाड़ा । जिले के दन्तेवाड़ा विकास खण्ड अन्तर्गत ग्राम पंचायत बालपेट का आश्रित ग्राम भैरमबंद जिला मुख्यालय से 8 किलोमीटर दूरी पर प्रकृति के गोद मे घने जंगलों के बीच बसा है। भैरमबंद गोठान में वतर्मान में कुल 15 स्व सहायता की दीदियों द्वारा खाद निर्माण, सब्जी, मशरूम उत्पादन मुर्गी एवं बकरी पालन, वनोपज, फिनाइल निर्माण एक्वेरियम निर्माण, मछली पालन का आदि कार्य कर आजीविका संवर्धन किया जा रहा है।

गोधन न्याय योजना :

गोधन न्याय योजना अन्तर्गत समूह की दीदियों की ओर से केंचुआ खाद व सुपर कम्पोस्ट आदि का निर्माण किया जा रहा हैं, जो की वतर्मान में भैरमबंद गौठान में उत्पादन व विक्रय का केन्द्र बना हैं। अब तक इस केंद्र में कुल 6,33,863 किग्रा. गोबर खरीदी किया गया हैं, जिसकी राशि 12,67,726 रुपए गोबर विक्रेता हितग्राहियों को प्रदान किया जा चुका है। गोठान में प्राप्त गोबर से केंचुआ खाद 1,21,505 किग्रा. को 12,10,030 रुपए व सुपर कम्पोस्ट मात्रा 20,000 किग्रा. राशि 1,20,000 रुपए में बेचा गया है।

सब्जी व हल्दी उत्पादन :

खाद निर्माण के साथ-साथ दुर्गा महिला ग्राम संगठन के दीदियों की ओर से सब्जी का उत्पादन किया जा रहा है। जिससे दिदियों की अच्छी आमदनी हो रही है। दीदियों की ओर से सब्जी और हल्दी का उत्पादन सह विक्रय कर लगभग 35000 का लाभ अर्जित किया गया है।

मशरूम उत्पादन :

दुर्गा महिला ग्राम संगठन के दिदिया के द्वारा इस सत्र मे कड़कनाथ पालन व बकरी पालन का कार्य प्रारंभ किया गया है। जिससे आने वाले दिनों दीदियों को अच्छी आमदनी प्राप्त होगी।

वनोपज खरीदी :

गोठान में मल्टी एक्टिविटी अंतर्गत वन विभाग के सहयोग से वनोपज क्रय का कार्य किया जा रहा है। पिछले वर्ष लगभग 1.50 लाख का इमली खरीदी व 30000 हजार का अमचूर विक्रय कर लाभ अर्जित किया गया।

एक्वेरियम निर्माण :

ग्राम संगठन के कुछ दीदियों की ओर से गौठान ग्राम में एक्वेरियम निर्माण का कार्य किया जा रहा है। इस गतिविधि को बढ़ावा देने में जिला प्रशासन का योगदान रहा है। जिससे दीदियों स्व प्रेरित होकर उत्साहपूर्वक कार्य कर रहे है। दीदीया एक्वेरियम निर्माण कर 1.30 लाख का विक्रय कर चूके है।

मछली पालन :

गोठान से लगे लगभग 10 एकड़ के तालाब में ग्राम संगठन के दिदिया के परिवार के सदस्यों का मछुआ समिति तैयार कर मत्स्य विभाग के सहयोग से मछली पालन का कार्य किया जा रहा है। पिछले वर्ष लगभग 3.00 लाख का मछली विक्रय कर लाभ अर्जित किये है। और इस वर्ष लगभग 110 किलो का बीज तालाब में डाला गया है। जिससे आने वाले दिनों में अच्छे आय की प्राप्ति होगी।

फिनाइल निर्माण :

गौठान ग्राम में ग्राम संगठन के दीदियों की ओर से फिनाइल निर्माण का कार्य किया जा रहा है। जिसको शासकीय कार्यालय, आश्रम, पोटाकेबिन, छात्रावास व मां दंतेश्वरी मार्ट में विक्रय किया जा रहा है। अब तक दीदियों की ओर से लगभग 60 हजार रुपए का फिनाइल विक्रय किया जा चुका है।