चुनावी वादे अधूरे रहे तो मुंह दिखाने की नहीं रहेगी स्थिति : स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव

रायपुर । बस्तर के चार दिवसीय दौरे से लौटे मंत्री टीएस सिंहदेव ने विभाग की समीक्षा के साथ-साथ सरकार और कांग्रेस संगठन के कामकाज पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का जनघोषणा पत्र बनाने के दौरान जिन लोगों से वादा किया गया था, उसमें से कई संगठनों ने मुलाकात कर वादों की याद दिलाई है। सिंहदेव ने साफ कहा कि सरकार अगर जनघोषणा पत्र के वादों को समय पर पूरा नहीं करती है, तो आगामी चुनाव में मुंह दिखाने की स्थिति नहीं रहेगी।

दक्षिण से भले यात्रा शुरू हुई, लेकिन मिलेंगे एक ही जगह

मुख्यमंत्री की सरगुजा और मंत्री सिंहदेव की बस्तर यात्रा को लेकर भाजपा की टिप्पणी पर सिंहदेव ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कप्तान हैं और हम खिलाड़ी। कोई लड़ाई नहीं है। सब मिलकर क्षेत्र में दौरा कर रहे हैं। उत्तर और दक्षिण से यात्रा भले ही शुरू हुई है, लेकिन एक ही जगह पर मिलेंगे। उन्होंने कहा कि घोषणा पत्र में वादों को शामिल किया गया, तो सरकार की नैतिक जिम्मेदारी है कि उन्हें पूरा किया जाए।

ढाई-ढाई साल के फार्मूले पर सिंहदेव ने कहा कि अब तो साढ़े तीन साल हो गए हैं। बस्तर प्रवास के दौरान वहां के अधिकारियों के रवैये पर स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि कैबिनेट की अवधारणा में सभी मंत्री बराबर हैं। मुख्यमंत्री अगुवा होते हैं। अधिकारियों को इतना शिष्टाचारवश मुलाकात करने आ सकते थे। इसके लिए मैं शिकायत नहीं करूंगा, क्योंकि इज्जत देना आप नहीं सिखा सकते। कोयला खदानों के आवंटन पर उन्होंने कहा कि फर्जी ग्राम सभा की जांच होनी चाहिए।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि रसोई गैस के दाम 50 रुपये बढ़ाने का बचाव करने के लिए भाजपा की प्रभारी डी. पुरंदेश्वरी का यह तर्क देना कि जितनी महंगाई बढ़ेगी उतना ही ज्यादा विकास होगा, जनता के जले में नमक छिड़कने के समान है। भारतीय जनता पार्टी के केंद्र से लेकर राज्य तक के नेता मानसिक रूप से मोदी के गुलाम हो चुके हैं, उनमें जनहित के लिये आवाज उठाने का साहस नहीं बचा है। एक तरफ केंद्र सरकार लगातार पेट्रोल, डीजल के दाम बढ़ाये जा रही है। रसोई गैस के दाम गृहणियों के पहुंच से दूर होते जा रहे है, दूसरी ओर भाजपा की प्रभारी महंगाई को विकास का पूरक बता रही हैं।