कोरिया : अक्ति तिहार व माटी पूजन दिवस पर मुख्यमंत्री के संदेश का वाचन, मातृ स्वरूपा धरती के संरक्षण एवं जैविक कृषि की पुनर्स्थापना करने की ली गयी शपथ

कृषि विज्ञान केंद्र में आयोजित कार्यक्रम में जनप्रतिनिधियों के साथ कलेक्टर ने की माटी पूजा, कृषि के क्षेत्र में बेहतर काम कर रहे कृषकों और स्वसहायता समूहों को दिए प्रशस्ति पत्र“



कोरिया 03 मई (वेदांत समाचार)।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के आह्वान पर अक्ति तिहार के अवसर पर जिले में माटी पूजन दिवस मनाया गया। इस मौके पर जिले के विभिन्न स्थानों में जनप्रतिनिधियों, जिला प्रशासन के अधिकारियों, कर्मचारियों, किसान साथियों सहित आमजनों के द्वारा धरती माता की पूजा की गई।


माटी पूजन दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के संदेश का वाचन कर कलेक्टर कुलदीप शर्मा ने कार्यक्रम में उपस्थित कृषकों तथा स्व सहायता समूह की महिलाओं को माटी के महत्व एवं संरक्षण करने हेतु प्राकृतिक खेती अपनाने प्रेरित किया। जिला पंचायत उपाध्यक्ष वेदांती तिवारी की गरिमामयी उपस्थिति में कृषि विज्ञान केंद्र में आयोजित मुख्य कार्यक्रम में शामिल होकर कलेक्टर ने माटी एवं कृषि यंत्रों की पूजा कर जिले की समृद्धि की कामना की और माटी के संरक्षण हेतु शपथ दिलाई।


ग्राम पंचायत, जनपद पंचायत एवं जिला पंचायत स्तर पर आयोजित कार्यक्रम में परम्परागत रूप से माटी पूजन की पूजा की गयी तथा धरती माता की रक्षा करने की शपथ ली गई। आयोजन में मिट्टी की उर्वरा शक्ति के पुनर्जीवन करने तथा रासायनिक खादों एवं कीटनाशकों के स्थान पर वर्मी कम्पोस्ट खाद के उपयोग के साथ गौ-मूत्र एवं अन्य जैविक पदार्थों के उपयोग को बड़े पैमाने पर बढ़ावा देने का संकल्प लिया गया। इस दौरान सभी स्थानों पर मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल का संदेश वाचन किया गया। श्री बघेल ने संदेश में माटी पूजन महाभियान के द्वारा रासायनिक खाद एवं कीटनाशको की जगह जैविक एवं प्राकृतिक खाद का उपयोग कर सतत टिकाऊ खेती का विस्तार किए जाने हेतु प्रेरित किया।

पिपरिया गौठान पहुंचे विधायक श्री कमरो, माटी की स्तुति कर रक्षा हेतु ली शपथ


सविप्रा उपाध्यक्ष एवं भरतपुर-सोनहत विधायक श्री गुलाब कमरो ने विकासखण्ड मनेन्द्रगढ़ के पिपरिया गौठान पहुंचकर आयोजित कार्यक्रम में धरती माँ की पूजा अर्चना कर रक्षा हेतु शपथ ली तथा मुख्यमंत्री का संदेश वाचन कर उपस्थित कृषकों तथा आमजनों को रासायनिक खाद के स्थान पर जैविक खाद के उपयोग करने हेतु प्रेरित किया। उन्होंने गौठान में आजिविकामूल गतिविधियों बाड़ी, मिनी राइस मिल, तेल मिल, पोल निर्माण, ट्रेक्टर, गोबर खरीदी, वर्मी खाद, मुर्गी पालन का अवलोकन किया।

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