राहुल गांधी का सरकार पर निशाना, देश में मौजूदा संकट गिनाए, आठ साल के मोदी शासन को बताया ‘कुशासन’

भले ही केंद्र सरकार देश की अर्थव्यवस्था में तेज सुधार की बात कर रही हो, लेकिन विपक्ष को उसके दावों पर भरोसा नहीं हो रहा है। देश में महंगाई आसमान छू रही है और बेरोजगारी दर में इजाफा हुआ है। इन मुद्दों को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक बार फिर से सरकार को निशाने पर लिया है। उन्होंने सोशल मीडिया के माध्यम से देश के मौजूद संकट गिनाते हुए मोदी सरकार पर वार किया है। 

मोदी शासन में अर्थव्यवस्था बर्बाद 


कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक ट्वीट में देश के कई संकटों का जिक्र किया। उन्होंने लिखा कि इस समय भारत में बिजली संकट, नौकरियों का संकट, किसान संकट और महंगाई का संकट है। इन सबके चलते देश की जनता त्राहि-त्राहि कर रही है। उन्होंने आगे लिखा कि यह सब समस्याएं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आठ साल के कुशासन की एक केस स्टडी है। राहुल ने कहा कि इस केस स्टडी से पता चलता है कि दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक को कुशासन से कैसे बर्बाद किया जाए।

अप्रैल महीने में बढ़ी बेरोजगारी दर


एक ओर जहां सरकार देश में अर्थव्यस्था में तेज सुधार के दावे कर रही है, वहीं दूसरी ओर भारत में बढ़ती बेरोजगारी दर चिंता का विषय बनी हुई है। सेंटर फॉर मॉनीटरिंग इंडियन इकोनॉमी (सीएमआईई) के ताजा आंकड़ों को देखें तो अप्रैल महीने देश की बेरोजगारी दर बढ़कर 7.83 फीसदी पर पहुंच गई, जो मार्च में 7.60 फीसदी थी। इस अवधि में शहरी क्षेत्रों में बेरोजगारी बढ़ी है और यहां बेरोजगारी दर मार्च के 8.28 फीसदी के मुकाबले बढ़कर 9.22 फीसदी हो गई है। जबकि ग्रामीण इलाकों में बेरोजगारी दर मार्च के 7.29 फीसदी से कम होकर अप्रैल में 7.18 फीसदी पर आ गई है। बेरोजगारी के मामले में हरियाणा 34.5 फीसदी और राजस्थान 28.8 फीसदी के साथ उच्च सबसे आगे हैं। इसके साथ ही देश में नौकरी ढूढ़ने वालों की दर मार्च 2022 में कम होकर 39.5 फीसदी रह गई, जबकि मार्च 2019 में यह आंकड़ा 43.7 फीसदी पर था।

खुदरा महंगाई 17 महीने के हाई पर


यहां बता दें कि महंगाई की मार देश की जनता पर बढ़ती जा रही है, जबकि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का कहना है कि यह हमारे तय लक्ष्य के बहुत ज्यादा नहीं पहुंची है। गौरतलब है कि बीते दिनों सरकार की ओर से जारी किए गए मार्च माह में महंगाई के आंकड़ों पर नजर डालें तो मार्च में खुदरा महंगाई बढ़कर 17 महीने के उच्च स्तर 6.95 फीसदी पर पहुंच गई, फरवरी में यह 6.07 फीसदी की दर से बढ़ी थी। इसके अलावा देश में थोक महंगाई भी लगातार 12 महीनों से दोहरे अंकों में बनी हुई है। मार्च महीने में थोक महंगाई दर 14.55 फीसदी के स्तर पर पहुंच चुकी है, जो कि फरवरी में 13.11 की दर से बढ़ी थी।

 

बिजली संकट से हाल-बेहाल


एक ओर जहां सरकार स्टॉक में पर्याप्त कोयला होने और बिजली का उत्पादन सही मात्रा में होने की बात कह रही है, वहीं दूसरी ओर देश के कई राज्यों, या कहें उत्तर प्रदेश से लेकर जम्मू-कश्मीर तक से गंभीर बिजली संकट की खबरें आ रही हैं। हालिया आई रिपोर्टों पर नजर डालें तो देश के 16 राज्यों में कोयले की कमी के कारण हो रही बिजली कटौती से बुरा हाल है। उत्तर और मध्य भारत में अभूतपूर्व गर्मी के कारण बिजली की मांग रिकॉर्ड 2.14 लाख मेगावाट के करीब पहुंच गई है। यूपी, दिल्ली, बिहार, हरियाणा, झारखंड, मध्य प्रदेश, राजस्थान के अलावा जम्मू-कश्मीर से लेकर आंध्र प्रदेश तक उपभोक्ताओं को 2 से लेकर 10 घंटे तक की अघोषित बिजली कटौती का सामना करना पड़ रहा है। भारत में भीषण गर्मी के दौरान इस समय जो बिजली कटौती हो रही है, वो पिछले छह साल से अधिक समय में सबसे ज्यादा है।