नई दिल्ली। उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडु ने कर प्रणाली को और सरल बनाने का आह्वान किया ताकि स्वेच्छा से अनुपालन को बढ़ावा दिया जा सके और मुकदमेबाजी को कम किया जा सके। जटिल और उबाऊ प्रक्रियाओं को दूर करने के सरकार के प्रयासों की सराहना करते हुए, उन्होंने एक स्थिर, उपयोगकर्ता के अनुकूल और पारदर्शी कर व्यवस्था बनाने की दिशा में प्रयासों को तेज करने का आह्वान किया।
नागपुर में राष्ट्रीय प्रत्यक्ष कर अकादमी (एनएडीटी) में भारतीय राजस्व सेवा (आयकर) के 74वें बैच के विदाई समारोह को संबोधित करते हुए, उपराष्ट्रपति ने कहा कि एक पारदर्शी और करदाता के अनुकूल व्यवस्था बनाने के हमारे प्रयास में प्रौद्योगिकी बेहद सक्षम हो सकती है। उन्होंने कहा, वित्तीय समावेशन, सेवा वितरण को आसान बनाने और विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं से रिसाव को रोकने के लिए डिजिटल प्रौद्योगिकी का लाभ उठाना महत्वपूर्ण है।
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