जेल में आजम खान से मुलाकात के बाद बोले आचार्य प्रमोद कृष्णम

सीतापुर जेल में बंद आजम खान की समाजवादी पार्टी अध्‍यक्ष अखिलेश यादव से नाराजगी की खबरों बीच कल कांग्रेस नेता प्रमोद कृष्‍णम ने उनसे मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद प्रमोद कृष्‍णम ने आजम खान के हालात का वर्णन एक पुराने शेर से किया। उन्‍होंने कहा कि आजम खान से बहुत सी बातें हुईं। उनको सार्वजनिक करना मुनासिब नहीं लेकिन इतना कह सकता हूं कि उन्‍हें देखकर मुझे लगा कि- ‘एक-दो जख्‍म नहीं, पूरा जिस्‍म है छलनी।
आज तक से बातचीत में प्रमोद कृष्‍णम ने कहा, ‘मेरे और उनके बीच में जो बात हुई मुझे नहीं लगता कि उसे बताना ज्‍यादा मुनासिब होगा। लेकिन कह सकता हूं कि हमारे बीच देश के राजनीतिक हालात, मुल्‍क के मुस्‍तकबिल, भारत के भविष्‍य पर बात हुई। यूपी में जिस तरह नफरत की सियासत हो रही है उस पर बात हुई। उन्‍होंने अपने ऊपर जो जुल्‍म हुए हैं उन्‍हें बताया। जो यातनाएं उन्‍हें दी जा रही हैं उन्‍हें बताया। दो साल से ज्‍यादा हो गया है। आजम खान जैसे कद्दावर नेता को जिस तरह के मुकदमों में जेल में रखा गया है, मुझे शर्म आती है अपने यहां के लोकतांत्रिक ढांचे पर। जो इंसान संसद का सदस्‍य रहा है। भारत की राजनीति का एक अहम हिस्‍सा रहा है। कितनी बार मिनिस्‍टर, कितनी बार एमएलए रहा है, कितने लोगों की खिदमत की है। मुझे आज आजम खान को देखकर बहुत अफसोस हुआ। जिस तरह से उन्‍हें जेल में रखा गया है, मुझे बहुत दु:ख हुआ।’

छोटा सा कमरा है, टाट का बिछौना
प्रमोद कृष्‍णम ने जेल में आजम खान के हालात का वर्णन करते हुए कहा कि एक छोटा सा कमरा है। न उसमें कोई चारपाई, न खाट, न तख्‍त, न कोई अच्‍छा बिस्‍तर, न उसमें कोई गद्दा, फोम का गद्दा भी नहीं, जूट का गद्दा भी नहीं। टाट का एक बिछौना है। दरी है। गंदा सा फर्श है और उसी के पास एक खुला बाथरूम है। इसके अलावा आसपास के बैरक में पूरी तरह सन्‍नाटा है। वहां कोई नहीं है। बहुत दु:ख हुआ, तकलीफ हुई।