बिलासपुर। तीन साल पहले रोजी-मजदूरी के लिए बिहार गए श्रमिकों को ठग ने खाता खोलने पर कमीशन देने की बात कही। इसके बाद लोगों को इनाम का झांसा देकर श्रमिकों के खाते में रकम जमा कराने लगा। राशि से कमीशन देकर शेष को दूसरे खातों में जमा करा लेता था। पुलिस ने मामले में ठगी में सहयोग करने वाले दोनों श्रमिकों को गिरफ्तार कर लिया है। सरकंडा थाना प्रभारी परिवेश तिवारी ने बताया कि खमतराई निवासी प्रताप लाल सूर्यवंशी ने धोखाधड़ी की शिकायत की थी। पीड़ित ने बताया कि उनके मोबाइल पर 21 जून 2020 को अनजान नंबर से काल आया।
फोन करने वाले ने 25 लाख स्र्पये की लाटरी लगने का झांसा देकर आठ लाख स्र्पये अपने बैंक खातों में जमा करा लिए। शिकायत पर पुलिस जुर्म दर्ज कर मामले की जांच कर रही थी। प्रताप ने जालसाजों के कहने पर अलग-अलग खातों में स्र्पये जमा कराए थे। इन खातों की जांच में पता चला कि सरगुजा जिले के दरिमा थाना अंतर्गत तुरमा निवासी सुनील दास(32) व लखनपुर कोरजा निवासी यादित नारायण राजवाड़े(30) के खाते में रकम जमा की गई है। इस पर पुलिस ने दोनों को पकड़ लिया।
पूछताछ में उन्होंने बताया कि तीन साल पहले वे रोजी-मजदूरी के लिए बिहार गए थे। इस दौरान उनकी पहचान एक व्यक्ति से हुई थी। उसने बैंक खाता खोलकर कमीशन कमाने की बात कही। इस पर दोनों ने बैंक एकाउंट उस व्यक्ति को बता दिया। इसके बाद उनके खाते में रकम जमा होने लगी। इस राशि से अपना कमीशन काटकर दूसरे खातों में ट्रांसफर कर देते थे। पुलिस ने आरोपित को न्यायालय में पेश किया है। जहां से उन्हें पूछताछ के लिए रिमांड पर लिया गया है। पुलिस ने उनके कब्जे से 15 हजार स्र्पये जब्त किए हैं।
सरकंडा थाना प्रभारी परिवेश तिवारी ने बताया कि आरोपित युवकों से पूछताछ की जा रही है। आरोपित ने बताया है कि वे मुख्य आरोपित के ठिकाने को नहीं जानते। अब उनके बैंक से हुए लेनदेन की जानकारी जुटाई जा रही है। इसके अलावा अन्य खातों का डिटेल बैंक से मांगा गया है। इससे मुख्य आरोपित की पहचान हो सकेगी।
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