ग्रामीणों की सूचना पर जिला प्रशासन की टीम ने रोका बाल विवाह

सूरजपुर । कलेक्टर डॉ. गौरव कुमार सिंह के निर्देश पर जिला प्रशासन की टीम बाल विवाह रोकने के लिए सक्रिय है। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंच कर परिजनों को समझाईस देकर बाल विवाह रोकने की कार्यवाही अनवरत जारी है। ग्रामीणों से जिला बाल संरक्षण अधिकारी मनोज जायसवाल को सूचना प्राप्त हुई कि ग्राम खड़ौली दुहियापारा विकास खण्ड ओड़गी में एक नाबालिक लड़के का बाल विवाह सम्पन्न कराया जा रहा है। प्राप्त सूचना के सत्यापन के लिए तुरंत चाईल्ड लाईन ओड़गी की टीम को मौंके पर भेजा गया जहां परिजन ने कोई जन्म तिथि संबंधित दस्तावेज नहीं होने कि जानकारी दी गई और लड़के का उम्र हो जाने के कारण विवाह संपन्न कराने की बात कही गई।

जिसकी जानकारी टीम ने जिला बाल संरक्षण अधिकारी को प्राप्त हुई। जिला बाल संरक्षण अधिकारी ने जिला कार्यक्रम अधिकारी चन्द्रबेस सिंह सिसोदिया को बताया कि ग्रामीण बालक के उम्र कम होने की बात कह रहे है और उसके परिजन उम्र पूरा होने की बात जिला कार्यक्रम अधिकारी ने निर्देश दिया कि जांच करें और समझाईस देकर विवाह को रोकें। जिला बाल संरक्षण अधिकारी ने तत्संबंध में पुलिस चौंकी चेन्द्रा से सम्पर्क किया गया।

शिक्षा विभाग के टीचर को सम्पर्क किया गया और उसका दस्तावेज देने के लिए बुलाया गया और दस्तावेज परीक्षण पर पता चला कि लड़का अभी 19 वर्ष 6 माह का है। स्कूल से प्रमाण पत्र लेकर विवाह स्थल पर पुरी टीम के साथ जिला बाल संरक्षण अधिकारी गये जहां पर मण्डप काट कर उसकी पुजा बैगा से कराई जा रही थी सभी को समझाईस दिया गया कि यदि विवाह होता है तो सभी को जेल जाना पड़ सकता है। उन्हें बताया गया कि बाल का उम्र 19 वर्ष 6 माह हुआ है।

21 वर्ष होने पर ही विवाह हो पायेगा। बहुत समझाने पर वे ग्रामवासी विवाह नहीं करने को राजी हुए। मौके पर ग्राम पंचायत खड़ौली के सरपंच महेन्द्र पण्डो सचिव, आंगनाड़ी कार्यकर्ता मौजूद थे। संयुक्त टीम में जिला बाल संरक्षण अधिकारी मनोज जायसवाल, यूनिशेफ के जिला क्वाटीनेटर जेजी वर्मा, चाईल्ड लाईन ओड़गी के क्वाडीनेटर जनार्दन यादव, टीम मेम्बर कुमारी अन्नपूर्णा पाटील, चौंकी चेन्द्रा के एएसआई हरिशंकर तिवारी, आरक्षक शुशील कुमार मिश्रा उपस्थित थे।

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