सोमवार को ग्वालियर की सेंट्रल जेल में पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के द्वारा वीआईपी तरीके से मुलाकात करने पर बवाल खड़ा हो गया है। पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह की वीआईपी मुलाकात को लेकर सरकार और गृह मंत्रालय ने इसकी रिपोर्ट मांगी है और इस मामले में जांच के आदेश भी दिए हैं।
बता दें कि सोमवार को मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने सेंट्रल जेल में पहुंच कर जेलर की केबिन में एनएसयूआई के जिला अध्यक्ष शिवराज यादव से मुलाकात की। NSUI जिला अध्यक्ष शिवराज यादव सब इंस्पेक्टर की हत्या के प्रयास के आरोप में जेल में बंद हैं।
पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह की मुलाकात के बाद वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। उसके बाद यह मामला सरकार और गृह मंत्रालय तक पहुंच गया। उसके बाद बताया जा रहा है कि खुद गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने सेंट्रल जेल की अधिकारियों से पूछताछ की है और जवाब देने के लिए कहा है।
क्या है पूरा मामला
दरअसल सोमवार को मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ग्वालियर आए हुए थे और उसके बाद वह सेंट्रल जेल पहुंचे। पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के साथ जिला अध्यक्ष देवेंद्र शर्मा, विधायक प्रवीण पाठक सहित अन्य लोग भी थे। दिग्विजय सिंह सेंट्रल जेलर के केबिन में पहुंच रहे, जहां उन्होंने जेल में बंद एनएसयूआई के जिला अध्यक्ष शिवराज यादव को बुलाया और वही उससे मुलाकात की और पीठ थपथपाई।
मुलाकात का यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद सरकार तक पहुंचा और उसके बाद सरकार और गृह मंत्रालय ने इस वीआईपी मुलाकात को लेकर जेल विभाग के डीजी अरविंद कुमार को तलब किया है और रिपोर्ट मांगी है।
बता दें कि एनएसयूआई के जिला अध्यक्ष शिवराज यादव सेंट्रल जेल में बंद हैं। पिछले 4 महीने पहले शहर के फूलबाग चौराहे पर सरकार के खिलाफ एनएसयूआई के जिला अध्यक्ष शिवराज यादव सहित कई कार्यकर्ता पुतला दहन कर रहे थे और पुतला दहन करते समय सब इंस्पेक्टर बुरी तरह झुलस गये थे।
सब इंस्पेक्टर ने आरोप लगाया था कि शिवराज और उसके साथियों ने उन्हें मारने के उद्देश्य से उनपर जलता हुआ पुतला फेंक दिया था। जिस कारण वह पूरी तरह झुलस गये थे।
इसी के आरोप में पुलिस ने एनएसयूआई जिला अध्यक्ष शिवराज यादव सहित कई लोगों पर हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया था। तभी से एनएसयूआई जिला अध्यक्ष शिवराज यादव जेल में बंद है।
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