नई दिल्ली: चैत्र नवरात्रि इस बार खास योग में समाप्त हो रही है. ज्योतिषाचार्यों की मानें तो, इस बार नवरात्रि के आखिरी दिन यानी कि रामनवमी पर रवि पुष्प योग बन रहा है. इससे पहले ऐसा शुभ संयोग 1 अप्रैल 2012 को बना था. तब, रवि पुष्प योग पर चैत्र नवरात्रि खत्म हुए थे. 10 अप्रैल, रविवार को सूर्योदय के साथ पुष्प नक्षत्र शुरू होगा और अगले दिन सूर्योदय तक रहेगा. इस साल चार रवि पुष्प रहेंगे, लेकिन उनमें ये ही एक ऐसा है जो पूरे 24 घंटों तक रहेगा. इस अबूझ मुहूर्त की खास बात ये है कि ये खरीदारी के लिए भी रहेगा. इसके बाद 6 अप्रैल 2025 को फिर ऐसा शुभ योग बनेगा.
नई शुरुआत के लिए नवमी रहेगी शुभ
रिपोर्ट्स की मानें तो, चैत्र नवरात्र की प्रतिपदा, अष्टमी, नवमी तिथि नई शुरुआत और खरीद-बिक्री के लिए शुभ होती है. अश्विनी, रोहिणी, मृगशिरा और पुष्य नक्षत्र खरीदारी के लिए शुभ माने जाते हैं. इन तिथि-नक्षत्रों में नई शुरुआत में सफलता मिलना लगभग तय होता है. चैत्र नवरात्रि में आखिरी दो दिन शुभ संयोग रहेंगे. अष्टमी को पुनर्वसु नक्षत्र से छत्र योग बन रहा है. घर, होटल या अपार्टमेंट के लिए प्रॉपर्टी की खरीदारी हो सकती है. 10 अप्रैल को सर्वार्थसिद्धि, रवि पुष्य और रवियोग होने से हर तरह के शुभ काम के लिए ये दिन अबूझ मुहूर्त रहेगा.
नवरात्रि रहा खास
इस नवरात्रि में ग्रह-नक्षत्रों की शुभ स्थिति की बदौलत हर दिन शुभ योग रहे. इसके चलते प्रॉपर्टी, वाहन और अन्य चीजों की खरीदारी के लिए नवरात्र में हर दिन शुभ मुहूर्त रहे. ज्योतिषियों की मानें तो, देवी आराधना के नौ दिनों के दौरान की गई खरीदारी से समृद्धि और सुख बढ़ता है. नवरात्रि में खासतौर से भूमि-भवन और वाहनों की खरीदी-बिक्री शुभ मानी जाती है. 24 घंटे का रवि पुष्य योग आज से पहले 1 अप्रैल साल 2012 को बना था और अब अगली बार 6 अप्रैल 2025 को ऐसा योग बनेगा. इसके अलावा आज रामनवमी पर सर्वार्थसिद्धि, सुकर्मा योग, धृति योग और रवियोग भी बन रहे हैं. ऐसे में खरीददारी के अलावा नया काम शुरू करने के लिए भी आज का दिन बेहद शुभ है.
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