अमरनाथ यात्रा के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सरकार अलर्ट है। खबर है कि जम्मू और कश्मीर पुलिस और केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों से सतर्क रहने के लिए कहा गया है। इस दौरान अधिकारी सोशल मीडिया को लेकर भी निगरानी रख रहे हैं। खास बात है कि कोरोना वायरस महामारी के चलते बीते दो सालों से रुकी धार्मिक यात्रा 30 जून से दोबारा शुरू होने जा रही है।
मीडिया रिपोर्ट्स में सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि गृहमंत्रालय ने पुलिस और केंद्रीय एजेंसियों से फुलप्रूफ प्लान बनाने के लिए कहा है। खबर है कि मंत्रालय ने केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के 40 हजार से ज्यादा और अर्धसैनिक बलों से भी जवानों को तैनात करने के लिए कहा है।
जम्मू और कश्मीर पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने हाल ही में कहा था कि सोशल मीडिया पर भी कड़ी निगरानी रखी जा रही है, क्योंकि इनका इस्तेमाल फर्जी जानकारी तैयार करने और केंद्र शासित प्रदेश में आतंकी नेटवर्क बनाए रखने में किया जा सकता है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, यात्रियों को RFID टैग भी दिए जाएंगे। इनकी मदद से व्यक्तियों की लोकेशन का पता लगाया जा सकेगा।
शुरू होने जा रहे हैं रजिस्ट्रेशन
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, गुरुवार को श्री अमरनाथजी मंदिर बोर्ड के सीईओ नितीश्वर कुमार ने कहा कि कोविड-19 महामारी के चलते दो सालों तक निलंबित रहने के बाद वार्षिक अमरनाथ यात्रा 2022, 30 जून से शुरू होने जा रही है और 11 अगस्त तक चलेगी। उन्होंने जानकारी दी कि यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन इस साल 11 अप्रैल से शुरू हो जाएंगे।
उन्होंने बताया कि श्रद्धालु वेबसाइट या मंदिर बोर्ड की मोबाइल ऐप से भी रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि जम्मू और कश्मी के रामबान जिले में यात्री निवास बनाया गया है, जहां 3000 श्रद्धालु रह सकते हैं। बोर्ड को उम्मीद है कि मंदिर में इस साल औसतन तीन लाख से ज्यादा श्रद्धालु पहुंचेंगे।
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