कोरबा ,07 अप्रैल (वेदांत समाचार)। सामाजिक कार्यकर्ता विनोद सिन्हा ने जारी एक बयान में बताया कि वर्षों पूर्व आईटी कॉलेज इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी की स्थापना की गई है लेकिन आईटी कॉलेज आज भी अपने वास्तविक रूप नहीं ले पा रही है आज भी छात्र दाखिला लेने से कतरा रहे हैं कोरबा औद्योगिक क्षेत्र होने के बावजूद आईटी कॉलेज का जिन उद्देश्यों के लिए स्थापना की गई थी अपने उद्देश्य की प्राप्ति में असफल साबित हो रही है क्योंकि आज भी अव्यवस्था मापदंडों के चक्कर में फस कर रह गया है केवल नाम के लिए आईटी कॉलेज स्थापित है ठीक उसी तरह से कोरबा मेडिकल कॉलेज की स्थापना उद्देश्य को बिना पूरा किए मान्यता हासिल कर लेने से नया मेडिकल कॉलेज अपने उद्देश्यों में कैसे सफल होगा यह प्रश्न चिन्ह हैl
मिली जानकारी के अनुसार नया मेडिकल कॉलेज के लिए केवल फर्स्ट ईयर छात्रों के मापदंड तैयार किया गया है इस आधार पर अगर मान्यता मिल भी जाती है तो सेकंड ईयर के लिए फिर वही स्थिति होगी जो आज आईटी कॉलेज के साथ हो रहा है इस तरह से हमारे जनप्रतिनिधियों को चाहिए कि न्यू मेडिकल कॉलेज की स्थापना के पूर्व मापदंडों को जल्द से जल्द पूरा करने के बाद ही प्रारंभ की जाए ताकि मेडिकल कॉलेज कि स्थापना से कोरबा के अनुसूचित जनजाति बहुल क्षेत्रों मैं गरीब विद्यार्थी दाखिला लेकर अपनी सेवाएं प्रदेश को बेहतर ढंग से दे सके l
सिन्हा ने आगे बताया कि कोरबा के विकास तथा शैक्षणिक क्षेत्रों में अग्रणी बनी रहे इसके लिए स्थापित आईटी कॉलेज या न्यू मेडिकल कॉलेज सभी को ऐसे मापदंडों के आधार पर प्रारंभ होना चाहिए की निरंतर प्रगति तथा छात्र लाभान्वित होकर प्रदेश की सेवा कर सकेl
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