पशु शल्य चिकित्सकों ने किया गायों को सिजेरियन आपरेशन

कोण्डागांव 7 अप्रैल (वेदांत समाचार)  रविवार को ग्राम भगदेवा में पुलित सिकधर की गाय को बच्चा जनने में परेशानी हो रही थी। सूचना मिलने पर पशुचिकित्सा विभाग के कर्मचारियों द्वारा जांच कर पाया गया कि बछड़े का आकार सामान्य से अधिक होने के कारण बछड़ गाय के जनन मार्ग में फंस गया था एवं बछड़े की मृत्यु हो चुकी थी। ऐसे में सहायक पशुचिकित्सा क्षेत्र अधिकारी ने इसकी जानकारी पशुचिकित्सालय कोण्डागांव में पदस्थ अधिकारियों को दी। जिस पर तत्काल पशु चिकित्सालय से पशु शल्यचिकित्सक की टीम ईलाज के लिए रवाना हुई। बछड़े को हाथ से खींचने की कोशिश की गयी पर बछड़े का आकार सामान्य से बहुत बड़ा होने के कारण वह निकल नहीं पाया।

गाय की जान बचाने के लिए पशु शल्य चिकित्सक डॉ0 ढालेश्वरी द्वारा तत्काल सिजेरियन आपरेशन करने का निर्णय लिया गया। जहां डॉ0 नीता मिश्रा एवं डॉ0 हितेश मिश्रा की टीम द्वारा शल्यक्रिया को अंजाम दिया। जिससे गाय की जान बचा ली गई एवं 10 दिन के लिए गाय को पोस्ट ऑपरेटिव निगरानी में रखा गया है। शल्यक्रिया में एव्हीएफओ इंद्रजीत पाण्डेय एवं केशध्वज धौर्य द्वारा भी सहयोग किया गया।

इस संबंध में प्रभारी पशुचिकित्सालय कोण्डागांव डॉ नीता मिश्रा ने बताया कि शल्यक्रिया द्वारा गाय की जान तो बचा ली गई हैं किन्तु बछड़े की मृत्यु हो चुकी थी। यदि समय रहते शल्यक्रिया की गयी हाती तो जीवित बछड़ा प्राप्त हो सकता था। अधिकांशतः यह देखा गया है कि गायों में सामान्य प्रसव न होने पर भी शल्यक्रिया की जानकारी न होने के कारण बछड़े या बछिया सहित गाय की भी मृत्यु हो जाती है। जिससे पशुपालकों को अर्थिक नुकासान होता है।

अतः पशुपालकों से निवेदन हैं कि गाभिन गायों में यदि सामान्य प्रसव नहीं हो रहा है तो अधिक इंतजार न करते हुए तत्काल पशुचिकित्सालय कोण्डागांव को सूचना देवे। जिससे समय रहते शल्यक्रिया के माध्यम से जीवित बछड़े या बछिया के साथ गाय की जान बचाई जा सके।

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