स्वास्थ्य वह बेशकीमती दौलत है जिसे दुनिया की सारी दौलत मिलकर भी नहीं खरीद सकती : डाॅ.संजय गुप्ता

⭕ खुद को स्वस्थ्य निरोग बनाओ, योग और व्यायाम अपनाओ-डाॅ. सरफराज

⭕ स्वस्थ एवं चमकीले दांत अच्छे व्यक्तित्व की पहचान होती है -डॉक्टर सरफराज ।

कोरबा,07 अप्रैल (वेदांत समाचार)। विश्व स्वास्थ्य दिवस प्रत्येक वर्ष 7 अप्रैल को मनाया जाता है । 7 अप्रैल, 1948 को विश्व स्वास्थ्य संगठन(डब्ल्यू.एच.ओ.) की स्थापना की गई थी । सम्पूर्ण विश्व में सफल जीवन के लिए स्वास्थ्य के महत्व को समझते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन की स्थापना के दिन 7 अप्रैल को सम्पूर्ण विश्व में विश्व स्वास्थ्य दिवस मनाया जाता है ।
कहते हैं कि स्वास्थ्य ही जीवन है । किन्तु आज की व्यस्त एवं तनावग्रस्त जिंदगी में मानव अपने स्वास्थ्य पर पूर्ण ध्यान नहीं दे पा रहा है । काम, व्यस्तता और तनाव के कारण मनुष्य जाति के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है । इसी जागरूकता के उद्देश्य को लेकर विश्व स्वास्थ्य दिवस प्रत्येक वर्ष मनाया जाता है ।


विश्व स्वास्थ्य दिवस के दिन स्वास्थ्य से संबंधित विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं । एक व्यक्ति को पूरी तरह से स्वस्थ रहने के लिए उसका मानसिक और शारीरिक रूप से खुश रहना तभी यह संभव हो सकता है ।
दुनिया भर में लाखों-करोड़ो लोग दिल की बीमारी, कुष्ठ, टीबी, पोलियो, नेत्रहीनता, मलेरिया, एड्स जैसे भयानक रोगों के शिकार हैं । विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार शारीरिक, मानसिक और सामाजिक रूप से पूर्ण स्वस्थ होना ही मानव स्वास्थ्य की परिभाषा है । जिसके कारण हर किसी को इसके तहत जागरूक करना है ।


आज के दौर में लाइफ फास्ट हो चुकी है । जीवन में गुणवत्ता की ओर बढ़ने का मतलब यह नहीं है कि स्वास्थ्य से मसझौता किया जाए । आप अपनी जिंदगी में व्यस्त रहते हैं, जीवन में सबकुछ सही चल रहा होता है । अचानक से एक ब्रेक लगता है और जिंदगी दवाओं की मोहताज हो जाती है । हमारा ध्यान इस ओर जाना चाहिए कि कैसे बीमारियों से दूर रहा जा सकता है । तंदरूस्त रहन-सहन की आदत के प्रोत्साहन और लोगों के जीवन के लिये अच्छे स्वास्थ्य को जोड़ने के द्वारा जीवन प्रत्याशा को बढ़ाने में विश्व स्वास्थ्य दिवस ध्यान केन्द्रित करता है । एड्स और एचआईवी से मुक्त और स्वस्थ दुनिया बनाने के लिए उन्हे स्वस्थ बनाये और बचाने के लिये इस कार्यक्रम के द्वारा आज के जमाने के युवा को भी लक्ष्य बनाया जाता है । आज के व्यस्ततम जीवन में लोग अपने स्वास्थ्य के प्रति सचेत न होकर आलस्य की ओर बढ़ रहें हैं यहीं कारण है कि लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ रहा है, आज कई प्रकार की बीमारी लोगों को घेरे हुए है यह एक गंभीर समस्या है । इस समस्या के समाधान के लिए लोगों में जागरूकता लाने के लिए इंडस पब्लिक स्कूल दीपका में 7 अप्रैल को विश्व स्वास्थ्य दिवस के रूप में मनाया गया ।


दीपका स्थित इंडस पब्लिक स्कूल में विश्व स्वास्थ्य दिवस के उपलक्ष्य में डेंटल चेक अप कार्यक्रम का आयोजन किया गया इस कार्यक्रम में खास तौर से प्री-प्रायमरी से लेकर कक्षा आठवीं तक के बच्चों ने भाग लिया । स्कूल में आयोजित इस डेंटल चेकअप में भेज दें विशेष तौर से आए हुए डॉक्टरों की विशेषज्ञ टीम मैं बच्चों के मुंह एवं दांतो की बारीकी से जांच की तथा उन्हें आवश्यक सुझाव दिए । बच्चे कतार बद्ध होकर अपने हाथों में पर्ची लेकर डॉक्टरों के पास जाते थे एवं अपने मुंह तथा दांतों की जांच कराते । डॉक्टर्स की टीम ने भी बच्चों को आवश्यक सुझाव दिया। गौरतलब है कि प्रत्येक वर्ष इंडस पब्लिक स्कूल द्वारा अध्ययनरत विद्यार्थियों के स्वास्थ्य की जांच कराई जाती है तथा विशेषज्ञ डॉक्टरों के द्वारा आवश्यक सुझाव मुहैया कराकर उनके स्वास्थ्य के प्रति जिम्मेदारी का वहन किया जाता है।

डॉक्टर सरफराज खान ने कहा कि स्वास्थ्य से बड़ा कोई धन नहीं है। हमें अपनी दिनचर्या को नियमित रखना चाहिए तथा समय पर खाना तथा सोना चाहिए हमें पौष्टिक भोजन ग्रहण करना चाहिए तथा पानी को हमेशा उबालकर पीना चाहिए हमें बाजार में उपलब्ध जंक फूड को खाने से हमेशा बचना चाहिए ज्यादा मीठा एवं चॉकलेट खाने से हमारे दांतों में कैविटी होने का खतरा बढ़ जाता है तो चॉकलेट का भी सेवन हमें कम से कम करना चाहिए रोज हमें दो बार ब्रश करना चाहिए तथा ब्रश करने का भी एक विशेष तरीका होता है हमें ऊपर नीचे घुमावदार मुद्रा में ब्रश करना चाहिए तथा मुंह के प्रत्येक कोने तक ब्रश को ले जाने का प्रयास करना चाहिए यदि हमारे दांतों में कोई समस्या महसूस होती है तो तुरंत विशेषज्ञ से सलाह लेनी चाहिए क्योंकि सफेद स्वच्छ व चमकीले दांत व्यक्तित्व को निखारने में सहायक होते हैं हमारी सुंदरता को भी बढ़ाते हैं सफेद एवं की रातों का व्यक्तित्व को निखारने में विशेष योगदान होता है। हमें महीने में कम से कम एक बार मुंह एवं दातों की जांच अवश्य कर आनी चाहिए। स्वस्थ स्वस्थ रहने व दीर्घायु जीवन का एक ही सूत्र है नियमित दिनचर्या वह जीवन में अनुशासन। हमें योगा एवं मेडिटेशन को भी अपनी जिंदगी में स्थान देना अति आवश्यक है जिससे हम तनाव से बचे रहेंगे।


विद्यालय के प्राचार्य डाॅ. संजय गुप्ता ने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति के लिए अच्छा स्वास्थ्य प्रथम एवं अनिवार्य है यदि हमारा स्वास्थ्य अच्छा है तो दुनिया की समृध्दि हमारे पास है और यदि हमारा स्वास्थ्य अच्छा नहीं है तो जिंदगी में सम्पन्नता होने के बावजूद निरस लगती है । अच्छा स्वास्थ्य ईश्वर का दिया बेशकीमती उपहार है । हमें हमेशा इसकी हिफाजत करनी चाहिए । बेहतर स्वास्थ्य एक अमूल्य धन है । हमें इसकी चिंता करनी चाहिए ।

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