मध्‍य प्रदेश में एक गांव ऐसा भी, जहां सास-ससुर की सेवा करने वाली बहू को मिलता है पुरस्कार

 मध्य प्रदेश के सीधी जिला अंतर्गत ग्राम पंचायत पनवार चौहानन में ग्रामीणों ने अनूठी पहल की है। यहां सास-ससुर की निष्ठापूर्वक सेवा करने वाली बहू को ग्रामीण पुरस्कृत करते हैं। ग्राम सभा की बैठक में यह प्रस्ताव पारित किया गया है कि ऐसी बहुओं को सम्मान किया जाएगा, जिन्होंने सास-ससुर की जी-जान से सेवा की है। इसके लिए एक निगरानी समिति बनाई गई है, जो छानबीन कर ऐसी बहुओं को चयनित करती है।

राजकुमारी बनीं प्रेरणास्रोत

ग्राम पंचायत में पिछले दिनों पहला पुरस्कार गांव की बहू 35 वर्षीय राजकुमारी यादव को दिया गया। राजकुमारी के पति राज बहादुर यादव काम के सिलसिले में बाहर रहते हैं। दिसंबर 2021 में ससुर 67 वर्षीय शिवनाथ यादव को हृदयाघात हुआ तो राजकुमारी ने घर में पहले पंपिंग की और फिर प्राथमिक उपचार किया। ससुर को अस्पताल ले जाने के लिए किसी का साथ नहीं मिला फिर भी हिम्मत नहीं हारी। उन्हें अकेले ही लेकर जबलपुर के एक निजी चिकित्सालय में पहुंची। आयुष्मान कार्ड से इलाज कराने को लेकर जद्दोजहद भी करनी पड़ी। आखिरकार ससुर का इलाज पूरा कराकर वह घर ले लाईं। अब शिवनाथ पूरी तरह से स्वस्थ हैं।

राजकुमारी की दिनचर्या सुबह सास-ससुर के आशीर्वाद से शुरू होती है। इसके बाद वह उनके लिए चाय-नाश्ता और खाने का इंतजाम करती हैं। अब राजकुमारी गांव की महिलाओं के लिए प्रेरणास्रोत बन गई हैं।

सेवा करने की होड़

सरपंच वीरेंद्र सिंह ने बताया कि ग्राम पंचायत की आबादी करीब 3200 है। गांव में अक्सर सास-ससुर और बहू की लड़ाई घर के बाहर तक पहुंच जाती थी। इस लड़ाई में भाई-भाई के आपसी संबंध खराब हो जाते थे और परिवार टूट रहे थे। अब करीब दो महीने से घरों में इस तरह के लड़ाई-झगड़े नहीं हो रहे हैं। महिलाओं में होड़ मची है कि अबकी बार पुरस्कार उन्हें मिले। ऐसे में सभी बहुएं अपने सास-ससुर का ख्याल रख रही हैं। यह पुरस्कार सरपंच खुद देते हैं।

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