जबलपुर, 31 मार्च (वेदांत समाचार)। कुंडम के चौरई बरा टोला गांव निवासी संतोष चौधरी ने कुदाली से हमला कर अपनी पत्नी गीताबाई की हत्या कर दी। वारदात को अंजाम देने के बाद संतोष ने अपने ससुर को फोन लगाया। ससुर से कहा कि तुम्हारी बेटी जहर खाकर मर गई है। उसके बाद वह घर से भाग गया। वारदात की सूचना मिलते ही कुंडम पुलिस मौके पर पहुंची। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजते हुए संतोष की तलाश की गई। उसे माता चौरी के जंगल में पकड़ा गया। संतोष ने स्वीकार किया कि चरित्र पर संदेह के चलते पत्नी की हत्या कर वह भाग गया था।
डीएसपी ग्रामीण अपूर्वा किलेदार ने बताया कि चौरई गांव निवासी गीताबाई चौधरी 35 वर्ष की संदिग्ध परिस्थिति में मौत की सूचना मिली थी। एफएसएल टीम के साथ कुंडम पुलिस ने घटनास्थल का जायजा लिया। जहां घर के कमरे में गीता बाई का शव मिला। उसके सिर में चोट के निशान थे तथा आसपास खून फैला हुआ था। गीताबाई के बच्चों राजा 10 वर्ष व आरती 7 वर्ष ने बताया कि पापा संतोष चौधरी ने मां गीता के साथ डंडे से मारपीट की थी।
कमरे में पड़ा रहा शव : मारपीट करने के बाद संतोष घर से भाग गया था। खून से लथपथ गीता का शव कमरे में पड़ा रहा। संतोष ने ग्राम बस्तरा थाना शहपुरा जिला डिंडौरी निवासी अपने ससुर मुन्ना लाल रैदास से फोन पर संपर्क किया। उसने मुन्ना लाल से कहा कि तुम्हारी बेटी की जहर खाने से मौत हो गई है। जिसके बाद मुन्ना लाल स्वजन के साथ शहपुरा से कुंडम पहुंचे। राजा व आरती ने उन्हें भी जानकारी दी कि संतोष चौधरी ने डंडे से हमला कर मां की हत्या कर दी थी।
लिस टीम ने चंद घंटे में पकड़ा : पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ बहुगुणा ने पत्नी की हत्या के आरोपित संतोष को पकड़ने के लिए पृथक से पुलिस टीम का गठन किया। पुलिस टीम उसकी पतासाजी में जुटी रही। संभावित ठिकानों पर दबिश दी जा रही थीं तभी पता चला कि उसे ग्राम चौरई के माता चौरी के जंगल में देखा गया है। पुलिस टीम ने जंगल में सर्च अभियान चलाया। जहां उसे गिरफ्तार कर लिया गया। 36 वर्षीय संतोष ने बताया कि वह वाहन चलाकर परिवार का भरण पोषण करता था। पत्नी के चरित्र पर उसे संदेह था, जिसके चलते घर में आए दिन कलह होती थी।
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