सगे भाई से ठगी, शासकीय विभाग में किराये पर लगाने का झांसा देकर दो गाडि़यां हड़पीं

भोपाल 24 मार्च (वेदांत समाचार)। सरकारी विभागों में मासिक किराए पर कार लगाने का झांसा देकर गाडि़यां हड़प लेने के मामले राजधानी में थम नहीं रहे हैं। इसी क्रम में कोलार थाना क्षेत्र में भी दो कार गायब कर देने का मामला सामने आया है। इस संबंध में एक शिकायत कोलार थाना पुलिस में की गई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

कोलार थाना पुलिस के मुताबिक सचिन पुत्र रमेश कुमार बाथम कोलार रोड स्थित फाइन एवेन्यु में रहते हैं। उनके पास दो लग्जरी कारें थीं। सचिन ने बताया कि उसके भाई रंजीत बाथम उर्फ पीटू ने बताया था कि कोटरा के शासकीय आवास में रहने वाले अभिजीत सिंह राजपूत की सरकारी विभागों में अच्छी पहुंच है। वह महंगे मासिक किराए पर निजी गाड़ी किराए पर लगवाता है। भाई के कहने पर उसने बाकायदा अभिजीत के साथ अनुबंध कर अपनी एक कार अभिजीत को सौंप दी थी। कार का मासिक किराया 18,500 रूपये तय हुआ था।

सचिन ने बताया कि उसकी दूसरी कार घर की पार्किंग में खड़ी थी। जरूरी काम आने पर वह अक्टूबर में एक माह के लिए शहर से बाहर चला गया था। 27 नवंबर 2021 को वह वापस घर लौटा तो देखा कि घर की पार्किंग से कार गायब है। कार उसने अपने बड़े भाई रंजीत उर्फ पीटू की देखरेख में छोड़ी थी। उसने रंजीत से कार के बारे में पूछताछ की तो पहले वह गोलमोल जवाब देता रहा। इसके बाद बोला कि दूसरी कार भी अभिजीत के साथ अनुबंध कर सरकारी विभाग में किराए पर लगा दी है। उसका मासिक किराया भी 18,500 रूपये तय हुआ है।

सचिन ने पुलिस को बताया कि अनुबंध के बाद उसकी दोनों कारों का किराया नहीं दिया जा रहा है। कार कहां हैं, इसके बारे में भी न तो अभिजीत कुछ बता रहा है और न ही उसका भाई रंजीत कोई संतोषजनक जवाब दे रहा है। सचिन का कहना है कि रंजीत ने अभिजीत के साथ मिलकर उसकी दोनों कारें बेच दी हैं। शिकायत के आधार पर पुलिस मामले की जांच कर रही है। बता दें कि शहर के विभिन्न थानों में सरकारी विभागों में गाडि़यां लगाने का झांसा देकर कीमती कारें हड़पने के लगभग एक दर्जन केस दर्ज हो चुके हैं।