धमधा। धमधा सहित आसपास क्षेत्रों में भू-माफियाओं के द्वारा अवैध रूप से किए जा रहे प्लाटिंग व कृषि भूमि को डायवर्सन बगैर बेचा जा रहा है। किसानों से कम कीमत में भूमि को खरीदकर उसे प्लाट काट कर अधिक कीमत पर बेचा जा रहा है।
इसकी शिकायत लोगों ने एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर की है। एसडीएम ने जांच कर जल्द ही उन पर सख्त कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है।
नगर के लोगों द्वारा राजस्व विभाग धमधा के एसडीएम बृजेश सिंह क्षत्रिय को आवेदन देकर आसपास में हो रहे अवैध प्लाटिंग की जानकारी समय-समय पर दी जाती रही है। एसडीएम ने तुरंत राजस्व विभाग के पटवारियों को स्थल निरीक्षण कर कार्रवाई करने के निर्देश देते हैं।
नगर के लोगों द्वारा पता चला कि कुछ जगह प्लाट कटिंग हो चुकी है। कुछ जगह शुरू होने के अंदेशा है। जानकारी मिलते ही एसडीएम ने तुरंत सभी भू-माफियाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश देते हुए कहा कि यदि आज के बाद प्लाट कटिंग किया गया तो एफआईआर दर्ज किया जाएगा और टी एंड सी के लाइसेंस के लिए जो आवेदन किया है उसे खारिज कर ब्लैकलिस्ट कर दिया जाएगा।
अपनी चालाकी से आम जनता को भूमाफियाओं द्वारा लुभाया जाता है कि डायवर्सन हम कराकर देंगे और अंततः जनता को प्लाट लेने के बाद डायवर्सन मिल ही नहीं पता।
किसान हो रहे परेशान
जिन भी किसानों की जमीन रोड से लगी हुई है उनसे भूमाफियाओं द्वारा काम कीमत पर खरीद कर ज्यादा रेट में बेचा जा रहा है। इससे भूमाफियाओं के जेब भरते जा रहे हैं। साथ ही जिन किसानों के खेत हाइवे नेशनल के पीछे हैं उन्हें आने-जाने के लिए रोड भी नहीं मिलता, जिससे मजबूरी में किसानों को अपना खेत कम कीमत पर बेचना पड़ता है।
बिना अनापत्ति पत्र के निर्माण
धमधा बाजार के पास कृषि भूमि की प्लाटिंग में अब मकान निर्माण हो रहा है। बिना अनापत्ति प्रमाणपत्र के धमधा नगर पंचायत की इसमें चुप्पी चिंता का विषय है । डायवर्सन न होने की वजह से अनापत्ति प्रमाणपत्र नहीं मिल रहा है और प्लाट लेने वाले भूमाफियाओं द्वारा वहा बिना नगर पंचायत की अनुमति के मकान निर्माण किया जा रहा है।
भूमाफियाओं के कानों में जू तक नहीं रेंगा
एसडीएम की हिदायत के बाद भी कुछ भूमाफियाओं को कोई फर्क नहीं पड़ा। वह गुप्त रूप से अपना काम किए जा रहे हैं। सूत्रों से मिली जानकारी से पता चला है कि धमधा के समीप ग्रामों में कृषि भूमि को प्लाट कटिंग कर गुप्त रूप से रजिस्ट्री कराई गई है और एक दिन में उस प्लाट की रजिस्ट्री भी हो गई। इसी प्रकार धमधा नगर में बन रहे करोड़ों रुपए का हाइटेक सब्जी मंडी के समीप स्टेट हाईवे मार्ग पर बिना डायवर्सन अवैध प्लाटिंग का कारोबार धड़ल्ले से जारी है।
आखिर धमधा ही क्यूं बना अवैध प्लाटिंग का गढ़
धमधा एक कस्बा है जो शहर की तरफ विकासशील हो रहा है और साथ ही यह दुर्ग, बेमेतरा के ठीक बीच में बसा है। राजधानी रायपुर से मात्र 45-50 किलोमीटर की दूरी पर है। शहर से करीब होने की वजह से यह निवेश के लिए धमधा आदर्श जगह बनती जा रही है। साथ ही बड़े-बड़े निवेशकों का धमधा में अच्छा रुझान देखने को मिल रहा है।
‘कृषि भूमि को बिना डायवर्सन कर प्लाट काटना अपराध है। किसी भी व्यक्ति द्वारा किए जाने पर एफआईआर कर उन्हें उचित दंड दिया जाएगा। साथ ही टाउन एवं सिटी डेवलपमेंट के उपयोग से धमधा को एक अलग पहचान मिलेगी।’
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