खाद्य विभाग में नौकरी लगवाने का झांसा, ठग बोला- जो सवाल पता हों, उन पर टिक करना, बाकी सब मैं देख लूंगा

रायपुर 24 मार्च (वेदांत समाचार)। छत्‍तीसगढ़ में बिजली विभाग के रिटायर्ड कर्मचारी से लाखों रुपये की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। प्रार्थी के बेटे की नौकरी खाद्य विभाग में लगवाने के नाम पर सात लाख रुपये एंठ लिए गए। सिविल लाइन थाना पुलिस ने रोनी ब्राउन उर्फ समीर के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है।

बिजली विभाग के रिटायर्ड कर्मचारी अजय प्रकाश बाघे ने पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई। पुलिस ने बताया कि अजय वाघे से उनके बेटे हिमांशु वाघे की नौकरी खाद्य विभाग में लगवाने के नाम रोनी ब्राउन ने सात लाख रुपये ले लिए। अक्टूबर-नवंबर 2017 के बीच पूरी रकम ली गई। लेकिन अब तक न ही नौकरी लगी और न ही पैसे वापस किए गए।अजय कुमार वाघे का बेटा हिमांशु वाघे एम. टेक इंजिनियरिंग की करने के बाद प्राइवेट कंपनी में काम करता है। मोहल्ले का रहने वाला रोनी ब्राउन ऊर्फ समीर ने घर आकर हिमांशु के पिता सरकारी नौकरी में लगवाने की बात कही। उसने झांसा दिया कि कई लोगों को मंत्रालय व राजभवन में नौकरी लगवाई है। उसी समय कुछ दिन पहले खाद्य निरीक्षक पद की भर्ती निकली। हिमांशु ने फार्म भी भरा था। यह बात रोनी ब्राउन को पता थी। उसने हिमांशु के पिता को झांसे में लिया और कहा उसकी पत्नी भी कई लोगों की नौकरी लगवा चुकी है।

हिमांशु के पिता झांसे में आ गए और बेटे के प्रवेश पत्र की फोटो कापी रोनी को दे दी। नौकरी लगवाने के नाम पर सात लाख रुपये की मांग की। जिस पर प्रार्थी अजय ने चेक माध्यम से पहली बार साढे तीन लाख रुपये दिए। बची हुए पैसे की मांग परीक्षा से पहले की गई। दूसरी किस्त में दो लाख और तीसरी किस्त में बची हुए पैसे दे दिए गए।

परीक्षा के एक दिन पहले शाम को रोनी ब्राउन ने कहा कि हिमांशु से कहना कि आंसर शीट में जो आंसर मालूम है वहीं टिक करना। बाकी खाली छोड़ देना। बाकी सब मैं देख लूंगा। लेकिन जब परीक्षा परिणाम घोषित हुआ तो हिमांशु का नाम चयन सूची में नहीं आया। इसके बाद जब दोनों ने कहा कि एक और सूची आएगी उसमें नाम आएगा। लेकिन कई दिन बीतने के बाद नाम नहीं आया। तक पैसी की मांग की गई। लेकिन रोनी ने पैसे वापस नहीं किए।