अम्बिकापुर 23 मार्च (वेदांत समाचार) । सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है…इस पंक्ति को गाते हुए शहर में आज सुबह जब प्रभात फेरी निकली तो हर कोई उन बलिदानियों को श्रद्धासुमन अर्पित करने ठहर गया जिन्होंने देश को स्वतंत्र कराने हंसते हंसते अपना बलिदान दिया। आज 23 मार्च यानी बलिदान दिवस के अवसर पर भारतीय जननाट्य संघ और प्रगतिशील लेखक संघ के संयुक्त तत्वावधान में बलिदानी भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को श्रद्धांजलि दी गई। कोरोना संक्रमण के कारण दो साल बाद शहर में प्रभात फेरी निकली और उसमें बच्चे, युवा, बुजुर्ग बड़ी संख्या में शामिल हुए।
सुबह सात बजे गांधी चौक में गांधी प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर प्रभात फेरी की शुरुआत हुई। कतारबद्ध लोग इंकलाब जिंदाबाद और वीर बलिदानी भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु अमर रहे का नारा लगाते बढ़ते गए। धीरे धीरे इसमें लोग जुड़ते गए और देवीगंज रोड, संगम चौक होते हुए रैली महामाया चौक पहुंची। यहां लोगों ने बलिदानियों के छाया चित्र पर श्रद्धासुमन अर्पित कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान इप्टा के अध्यक्ष अंजनी पांडेय, वेदप्रकाश अग्रवाल, विजय गुप्त, राजेश मिश्रा, जितेंद्र सिंह सोढ़ी, कुलदीप सिंह कथूर, डा. आशा शर्मा, हरिशंकर त्रिपाठी, अजय तिवारी, कामिनी कौशल सिन्हा, रविन्द्र स्वर्णकार, कृष्णानंद तिवारी, नयनन गिरी, संजय मनवानी, संदीप सिन्हा, गुड्डू त्रिपाठी, पीएस मलतियार आदि उपस्थित थे
हर साल 23 मार्च को शहर में बलिदानियों को याद कर प्रभात फेरी निकाल इनके नाम पर चौक बनाने और प्रतिमा स्थापित करने की मांग उठती है लेकिन अब तक इस पर पहल नहीं हुईं। इस बार भी इप्टा अध्यक्ष अंजनी पांडेय ने नगर निगम प्रशासन से भगत सिंह के नाम पर चौक स्थापित कर उनकी प्रतिमा लगाने की मांग की।
[metaslider id="347522"]