डीजल के दामों में 25 रु वृद्धि का प्रभाव उद्योगपतियों पर नहीं बल्कि गरीब जनता के ऊपर पड़ेगा

Raipur News : मोदी सरकार (Modi government)के द्वारा थोक उपभोक्ताओं के डीजल के दामों में 25रु के मूल्य वृद्धि किए जाने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर(State Congress spokesperson Dhananjay Singh Thakur) ने कहा कि मोदी भाजपा की सरकार पेट्रोलियम कंपनियों (petroleum companies)से सीधा डीजल खरीदने वाले थोक उपभोक्ताओं (bulk consumers)के डीजल के दामों में 25 रु लीटर मूल्य वृद्धि कर महंगाई से पीड़ित (suffering from inflation)आम जनता के ऊपर कुठाराघात और वज्रपात (stroke and thunderclap)की है।कहने को केंद्र सरकार कह रही है कि डीजल के दामों में 25 रु की मूल्य वृद्धि का प्रभाव आम उपभोक्ताओं पर नही वल्कि सीधे पेट्रोलियम कम्पनी(petroleum company)से थोक में डीजल खरीदने वाले उद्योगपतियों, ट्रांसपोर्टरों एवं अन्य प्रकार से थोक उपभोक्ताओं(industrialists, transporters and other types of bulk consumers )के ऊपर पड़ेगा।इस प्रकार की बयानबाजी मोदी सरकार सिर्फ डीजल पेट्रोल(diesel petrol) में अपनी मुनाफाखोरी को छुपाने और आम जनता को महंगाई से राहत (Relief from inflation to the general public)देने से बचने गुमराह करने और धोखा देने के लिए कह रही है ।

प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि पेट्रोलियम कंपनियों से वही सीधा डीजल खरीदते हैं जो आम उपभोक्ताओं के दैनिक उपयोग की वस्तुएं और अन्य प्रकार के सामग्रियों का निर्माण करते हैं। एक और मोदी सरकार जिन वस्तुओं पर 5% जीएसटी लग रही थी उसे बढ़ाकर 8% करने जा रही है दूसरी ओर इंडस्ट्रियल डीजल के दामों में 25% वृद्धि कर अपने चंद्र उद्योगपति मित्रों के मुनाफाखोरी को बढ़ा रही है और आम जनता के दैनिक उपयोग की वस्तुओं को महंगा कर रही है मोदी सरकार के इस निर्णय से अब खाद्य तेल शक्कर किचन के सभी समान और सीमेंट स्टील के दाम बेतहाशा बढ़ेंगे साथ यात्री किराया और परिवहन भाड़ा भी बढ़ जाएगी उद्योगपतियों के डीजल में जो 25रु की बढ़ोतरी की है उसके एवज में अब उद्योगपति अपने यहां बनने वाले वस्तुओं के दामों में 2 गुना 3 गुना वृद्धि कर आम जनता से कमाई करेंगे।

प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि नोटबंदी के दौरान भी केंद्र सरकार ने दावा किया था कि नोटबंदी का प्रभाव गरीब जनता के ऊपर नहीं बल्कि कालाधन रखने वालों के ऊपर पड़ेगा और ठीक इसका विपरीत हुआ था रोजी मजदूरी करने वाले प्राइवेट सेक्टर में काम करने वाले ठेला खोमचा वाले मध्यम वर्गीय परिवार बैंकों के कतारों में खड़ी रही और काला धन वालों के लिए मोदी सरकार ने वन टाइम सेटेलमेंट योजना लाकर उनको लाभान्वित किया और देश की गरीब जनता नोटबंदी के दुष्प्रभाव में आज भी प्रभावित खड़ी हुई है ठीक उसी तरह थोक उपभोक्ताओं के डीजल में दामों में बढ़ोतरी का भी सीधा सीधा असर आम उपभोक्ताओं को ही पड़ेगा भले ही आम उपभोक्ताओं को पेट्रोल पंप में डीजल खरीदने के दौरान बढ़ी हुई 25रु के दाम नहीं चुकाने पड़ेंगे लेकिन दूसरे रास्ते से डीजल के 25रु बढ़े दाम की 4 गुना कीमत आम भुगतान को दैनिक वस्तुओं के महंगी दरों में चुकाना पड़ेगा।