अपराध रोकने के लिए एंटी क्राइम और भूमि संबंधी अपराधों के लिए भी बनाई गई टीम

रायपुर 09 मार्च (वेदांत समाचार)। चार साल के बाद रायपुर पुलिस एक नए कलेवर में आई है। पूर्ववर्ती रमन सरकार में रायपुर पुलिस ने भूमि संबंधी अपराधों के लिए एक टीम का गठन किया था। तात्कालीन एएसपी स्वर्गीय आईएच खान इसके प्रभारी थे। बाद में लगातार शिकायत मिलने के बाद इस टीम को भंग कर दिया गया था।

जांच के साथ थाने की जिम्मेदारी भी संभालेंगे

अब एक बार फिर से इस तरह के अपराधों की जांच के लिए टीम गठित की गई है। इसके साथ ही पुलिस की साइबर टीम, मोबाइल/डाटाबेस टीम और नारकोटिक्स टीम भी काम करेगी। यानि, रायपुर पुलिस ने कामकाज की सुविधा और अपराधों की प्रवृति के दृष्टिकोण से अपने विभाग को चार प्रमुख भागों में बांट दिया है। इस टीम के साथ थानों की पुलिस अपना रुटीन काम करते रहेगी।

आदेश जारी

राज्य शासन के द्वारा रायपुर सहित प्रदेश के तीन जिलों में क्राइम ब्रांच के गठन के आदेश के बाद रायपुर पुलिस ने इस दिशा में काम करना शुरु कर दिया है। यहां एंटी क्राइम और साइबर यूनिट का गठन कर दिया गया है। एएसपी क्राइम अभिषेक माहेश्वरी इस टीम के प्रभारी होंगे। टीम के गठन के साथ चार अलग-अलग विंग बनाए गए हैं। इसमें विभिन्न थानों से 60 से अधिक पुलिस अधिकारियों को लिया गया है। मंगलवार को इस संबंध में आदेश जारी कर दिया गया है।

इस तरह होंगे काम

साइबर यूनिट : इस यूनिट में कुल 15 अधिकारी कार्य करेंगे। जिनका कार्य थानों को अपराधों में सीडीआर, लोकेशन, मोबाइल डाटाबेस संबंधी जानकारी देने के साथ ही अन्य तकनीकी जानकारी प्रदान करना और थानों में दर्ज अपराधों में सहयोग करना रहेगा।

मोबाइल/डाटाबेस यूनिट : इस यूनिट में कुल नौ अधिकारी-कर्मचारी काम करेंगे। जिनका काम अपराधों के आधार पर संगठित/बाहरी गिरोह को चिन्हांकित कर आरोपियों को पकड़ना और आरोपियों की संपूर्ण विस्तृत जानकारी प्राप्त कर आरोपियों का डाटाबेस तैयार करना होगा।

नारकोटिक्स यूनिट : यह टीम छह सदस्यीय है। टीम का मुख्य कार्य प्रतिबंधित नशीली टेबलेट, सिरप की अवैध रूप से खरीदी-बिक्री, गांजा सहित अन्य मादक पदार्थो की रोकथाम पर काम करना होगा। इसके अतिरिक्त राज्य व जिलों से आने वाले मादक पदार्थो की तस्करी रोकने के लिए काम करने का जिम्मा भी इसी टीम का होगा।

प्रापर्टी आफेंस एंड हीनियस आफेंस : इस यूनिट में 33 अधिकारी काम करेंगे। जिनका मुख्य कार्य संपत्ति संबंधी अपराध, चोरी, नकबजनी, लूट, डकैती और शरीर संबंधी अपराध जैसे हत्या, हत्या का प्रयास व चाकूबाजी की घटनाओं को रोकने के साथ ही अन्य प्रकार के अपराधों पर अंकुश लगाना व आरोपियों को पकड़ना होगा।