बंगाल के 7 जिलों में मोबाइल इंटरनेट और ब्रॉडबैंड सेवाएं कुछ घंटों के लिए रहेंगी बंद, जानें इसकी वजह

पश्चिम बंगाल West Bengal के मालदा, मुर्शिदाबाद, उत्तर दिनाजपुर, कूचबिहार, जलपाईगुड़ी, बीरभूम और दार्जिलिंग जिलों के कुछ ब्लॉकों में 7-9 मार्च, 11 और 12 मार्च और 14-16 मार्च को 1100-1515 बजे मोबाइल इंटरनेट (Mobile Internet) और ब्रॉडबैंड सेवाओं (Broadband Services) को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया जाएगा. पश्चिम बंगाल सरकार की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि गैरकानूनी गतिविधियों को रोकने के लिए यह रोक लगाई गयी है. एएनआई के अनुसार पश्चिम बंगाल द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि इन इलाकों में माध्यमिक की परीक्षा के मद्देनजर इन तारीखों को गैर कानूनी गतिविधियां होने की आशंका हैं. इसी के मद्देनजर यह फैसला किया गया है. हालांकि एसएमएस, व्हायस कॉल और समाचार पत्र पर कोई रोक नहीं लगाई गयी है. इसके कारण ज्ञान और सूचना के माध्यमों पर रोक नहीं लगाई गयी है.

बता दें कि पश्चिम बंगाल में पश्‍च‍िम बंगाल माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (WBBSE) के तत्वावधान में सात मार्च से माध्यमिक कक्षा 10वीं की परीक्षाएं शुरू हो रही हैं. माध्यमिक शिक्षा परिषद की ओर से बताया गया है कि 11 लाख से अधिक छात्र-छात्राएं इस बार परीक्षा देंगे. कोरोना के बीच सुरक्षित और नकल मुक्त परीक्षाएं संचालित की जा सकें, इसके लिए सुरक्षा की चाक-चौबंद व्यवस्था की गई है. परीक्षा केंद्रों में मोबाइल, स्मार्ट वॉच और किसी भी इलेक्ट्रॉनिक गैजेट के साथ प्रवेश वर्जित किया गया है. छात्रों को पानी की बोतल, मास्क और सैनिटाइजर लेकर आने को भी कहा गया है. सूत्रों के अनुसार परीक्षा के दौरान होने वाली नकल की आशंका को देखते हुए इन सेवाओं को निलंबित किया गया गया है.

माध्यमिक परीक्षा के दौरान पेपर लीक रोकना प्रशासन की बड़ी चुनौती

पेपर लीक को रोकना भी बोर्ड के लिए बड़ी चुनौती है. पिछले दो सालों से परीक्षा शुरू होने के चंद मिनटों के अंदर ही प्रश्न पत्र सोशल मीडिया पर लीक हो जाते रहे हैं. इस बार इसे लेकर विशेष तौर पर सख्ती बरतने को कहा गया है. बता दें कि पिछले सालों में माध्यमिक परीक्षा को लेकर मालदा, मुर्शिदाबाद, उत्तर दिनाजपुर, कूचबिहार, जलपाईगुड़ी, बीरभूम और दार्जिलिंग जिलों में नकल की शिकायत आयी थी. कुछ वर्षों पहले उत्तर दिनाजपुर जिले के इटाहार में नकल रोकने के लिए कड़ाइ किये जाने के खिलाफ छात्र उग्र हो गए थे और स्कूल में तोड़फोड़ भी की थी.

नकल रोकने में विफल रहा है प्रशासन

नकल को रोकने में प्रशानसन पूरी तरह से विफल साबित होता रहा है. परीक्षा शुरू होने के दस मिनट के बाद ही परीक्षार्थियों ने प्रश्न पत्र बाहर भेजने की घटना घटी थी. उसके बाद उत्तर तैयार कर परीक्षार्थियों के पास नकल की परची पहुंचायी जाने लगी़ महिलाएं भी इस काम में लगी हुई थी़ कोई चारदीवारी फांदकर तो कोई छज्जे से परची पहुंचाने में लगा हुआ था़. परीक्षा केंद्र के आसपास धारा 144 लगे होने के बाद भी पुलिस के सामने परीक्षार्थियों के सहयोगियों ने खुले आम इसका उल्लंघन किया गया था. परीक्षा केंद्र पर नकल कराने की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ था.