दुग्ध उत्पादक संघ ने कहा- 4 महीने में भूसा 5 से 12 रुपए किलो हुआ, इसलिए दूध का दाम बढ़ाना पड़ा

झांसी में एक मार्च से दूध की कीमत बढ़ जाएंगी। 55 रुपए लीटर मिलने वाला दूध अब 60 रुपए लीटर मिलेगा। यह निर्णय दुग्ध उत्पादक संघ ने शनिवार को लिया है। संघ का कहना है कि करीब 4 माह पहले भूसा का रेट 5 रुपए किलो था, जो अब बढ़कर 12 रुपए किलो हो गया है।

वहीं, बिनौरा की खली के रेट भी 30 से 42 रुपए किलो हो गए। इसलिए रेट बढ़ाने पड़े। अब चाहे डेयरी हो या घरों में दूध लेकर जाने वाले दूधिया हो, सभी एक मार्च से 60 रुपए लीटर दूध बचेंगे। एकदम 5 रुपए बढ़ने से लोगों की जेब पर भार पड़ेगा।


एक साल पहले बढ़ाए थे दूध के रेट
दुग्ध उत्पादक संघ के मन्नी सरदार ने बताया कि इससे पहले संघ ने अप्रैल 2021 में दूध के रेट बढ़ाए थे। तब दूध 55 रुपए लीटर तय किया गया था। दूध क्रेता संघ के अध्यक्ष पुरुषोत्तम शर्मा और दूध विक्रेता संघ के अध्यक्ष सुंदर सिंह उर्फ दाऊ ने बताया कि अप्रैल 2021 में बिनौरा की खली का रेट 30 रुपए किलो था। अब रेट 42 रुपए किलो है।

वहीं, गेहूं के भूसा का रेट करीब 4 महीने में 5 रुपए से 12 रुपए किलो हो गया। महंगाई को देखते हुए कुछ समय पहले मुख्यमंत्री के नाम जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा था। जिसमें महंगाई का जिक्र किया गया था।
पैकेट वाले से महंगा बेचेंगे ताजा दूध


नामी कंपनी के पैकेट वाले दूध का रेट 57 रुपए लीटर है। जबकि आधा लीटर 29 रुपए का है। यानी दूधिया पैकेट वाले दूध से 3 रुपए लीटर महंगा दूध बेचेंगे। इस पर मन्नी सरकार का कहना है कि कंपनी में कई दिनों पुराना और कैमिकल युक्त दूध मिलता है। जबकि दूधिया ताजा दूध बेचते हैं। इसलिए ताजा दूध के 60 रुपए देने में कोई नुकसान नहीं है। उन्होंने कहा कि पैकेट दूध की अपेक्षा लोग ताजा दूध खरीदना पसंद करते हैं।

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