दौरे के पहले दिन द्वारकाधीश पहुंचे कांग्रेस नेता राहुल गांधी, खुद सिर पर डोली लेकर किए मंदिर में दर्शन

कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Congress Leader Rahul Gandhi) शनिवार को तीन दिवसीय दौरे पर गुजरात (Gujarat) पहुंच गए हैं. पहले दिन उन्होंने यहां राजाधिराज द्वारकाधीश मंदिर में पूजा-अर्चना की. यहां राहुल ने मंदिर में पूजा की और खुद सिर पर डोली लेकर मंदिर में पहुंचे. अपने दौरे के पहले दिन राहुल ने केंद्रीय एजेंसियों के इस्तेमाल को लेकर भारतीय जनता पार्टी (BJP) नीत केंद्र सरकार पर निशाना साधा. राहुल ने कहा कि उसके पास केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI), प्रवर्तन निदेशालय (ED, पुलिस और गुंडे हैं, लेकिन अंत में केवल सत्य मायने रखता है, जो गुजरात ने देश की जनता को सिखाया है.

राहुल गांधी ने गुजरात कांग्रेस द्वारा आयोजित चिंतन शिविर के दूसरे दिन यहां पार्टी के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा, “उनके पास सीबीआई, ईडी, मीडिया, पुलिस, गुंडे और हर दिन के लिये नए-नए परिधान हैं. लेकिन वे चीजें बिल्कुल भी मायने नहीं रखतीं. गुजरात हमें सिखाता है कि सत्य क्या है. गांधी जी को देखिए. क्या उनके पास कभी अच्छे कपड़े थे, ईडी या सीबीआई थी? नहीं, क्योंकि सत्य सदैव साधारण होता है.”

“कांग्रेस कार्यकर्ताओं को समझना चाहिए कि वे पहले ही चुनाव जीत चुके हैं”

उन्होंने कहा, “कांग्रेस कार्यकर्ताओं को समझना चाहिए कि वे पहले ही गुजरात विधानसभा चुनाव जीत चुके हैं. आप इसे स्वीकार नहीं कर रहे हैं. गुजरात के लोग आपको बड़ी उम्मीदों से देख रहे हैं. भाजपा ने कांग्रेस को जितना नुकसान पहुंचाया है, उससे ज्यादा गुजरात के लोगों को पहुंचाया है. ”. गांधी यहां राज्य कांग्रेस के तीन दिवसीय चिंतन शिविर में भाग लेने के लिए आए हैं, जिसका आयोजन इस साल दिसंबर में होने वाले राज्य विधानसभा चुनावों के लिए एक विस्तृत रणनीति तैयार करने पर चर्चा के लिए किया गया है. कार्यक्रम स्थल पर आने से पहले, उन्होंने यहां द्वारकाधीश मंदिर का दौरा किया, जहां उन्होंने भगवान कृष्ण की पूजा की.

दरअसल गुजरात काफी लंबे समय से बीजेपी का गढ़ रहा है. पार्टी 1995 से राज्य में सत्ता पर काबिज है. कांग्रेस ने आगामी चुनाव में जीत हासिल करने के लिए अभी से रणनीति बनानी शुरू कर दी है. यही वजह है कि चिंतन शिविर का आयोजन किया गया है. गुजरात में 2017 विधानसभा चुनाव के समय भी राहुल गांधी ने मंदिरों का दौरा किया था. उस दौरान दौरान उन्होंने खुद को जनेउधारी ब्राह्मण कहा था. उस समय कई लोगों ने दावा किया था कि कांग्रेस नेता ने चुनाव में बीजेपी को हराने के लिए सॉफ्ट हिंदुत्व कार्ड खेला है.

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