पुतिन के ‘खूनखराबे’ के खिलाफ एकजुट हुई दुनिया, रूस के आम लोगों ने भी लगाए विरोध में नारे, देखिए ‘आक्रोश’ से भरी तस्वीरें

रूस (Russia) के यूक्रेन (Ukraine) पर हमले का विरोध दुनियाभर में हो रहा है. यूक्रेन पर हमले के बाद रूस में ही राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का विरोध शुरू हो गया है. यहां मास्को समेत 53 शहरों में विरोध प्रदर्शन हुए. यूक्रेन पर हमले के बाद दर्जनों प्रदर्शनकारी वाशिंगटन डीसी में व्हाइट हाउस के बाहर यूक्रेन के साथ एकजुटता दिखाने एकत्र हुए. हमले के पहले दिन 137 यूक्रेनियन लोग मारे गए.

यूक्रेन पर हमले के बाद दर्जनों प्रदर्शनकारी वाशिंगटन डीसी में व्हाइट हाउस के बाहर यूक्रेन के साथ एकजुटता दिखाने एकत्र हुए. हमले के पहले दिन 137 यूक्रेनियन लोग मारे गए. रूस में हजारों लोग यूक्रेन पर युद्ध का विरोध कर रहे हैं. रूसी पुलिस ने दर्जनों शहरों में युद्ध-विरोधी विरोध प्रदर्शनों में 1,700 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया है.

रूस में हजारों लोग यूक्रेन पर युद्ध का विरोध कर रहे हैं. रूसी पुलिस ने दर्जनों शहरों में युद्ध-विरोधी विरोध प्रदर्शनों में 1,700 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया है. अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन ने कहा कि 'अमेरिका और हमारे सहयोगी और सहयोगी इस अनावश्यक आक्रामकता के लिए रूस पर तीव्र और गंभीर प्रतिबंध लगाएंगे.

अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन ने कहा कि ‘अमेरिका और हमारे सहयोगी और सहयोगी इस अनावश्यक आक्रामकता के लिए रूस पर तीव्र और गंभीर प्रतिबंध लगाएंगे. देशों में इसके खिलाफ प्रदर्शन होने लगे हैं.लोग बैनर और पोस्टर लेकर सड़कों पर उतर रहे हैं और रूस की इस कार्रवाई की निंदा कर रहे हैं.

देशों में इसके खिलाफ प्रदर्शन होने लगे हैं.लोग बैनर और पोस्टर लेकर सड़कों पर उतर रहे हैं और रूस की इस कार्रवाई की निंदा कर रहे हैं. रूस और यूक्रेन के युद्द में पहले दिन के बाद मरने वालों की संख्या 137 तक पहुंच गई है. रूस के हमले में 57 यूक्रेनी नागरिक मारे गए हैं और 169 लोगों के घायल होने की सूचना है.

रूस और यूक्रेन के युद्द में पहले दिन के बाद मरने वालों की संख्या 137 तक पहुंच गई है. रूस के हमले में 57 यूक्रेनी नागरिक मारे गए हैं और 169 लोगों के घायल होने की सूचना है. मॉस्को के पुश्किन चौराहे पर हजारों लोग इकट्ठा हो गए. इनके हाथ में 'युद्ध नहीं चाहिए' (No to war) के नारे लिखे हुए बैनर-पोस्टर थे.

मॉस्को के पुश्किन चौराहे पर हजारों लोग इकट्ठा हो गए. इनके हाथ में ‘युद्ध नहीं चाहिए’ (No to war) के नारे लिखे हुए बैनर-पोस्टर थे.

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